ETV Bharat / state

भाजपा में थम नहीं रहा बवाल, टिकट कटने से नाराज दावेदारों ने दिखाए बगावती तेवर - यूनुस खान को नहीं मिला टिकट

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा की ओर से 184 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान के बाद कई सीटों पर लगातार विरोध हो रहा है.वसुंधरा राजे के करीबी नेता भी बगावत के संकेत दे रहे हैं. टिकट नहीं मिलने से नाराज युनूस खान ने शनिवार को डीडवाना में समर्थकों के साथ आगे की रणनीति तय करने का फैसला किया है.

Rajasthan assembly Election 2023
विरोध और बगावत
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 3, 2023, 3:57 PM IST

विरोध और बगावत

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तरफ से चार सूची जारी कर दी गई है. लिस्ट में 184 उम्मीदवारों का नाम फाइनल हो गया है. इन सूची के सामने आने के बाद प्रदेश में बीजेपी पार्टी के 'अपने' ही बागवत पर उतर आए हैं. गुरुवार शाम को बीजेपी की तीसरी सूची और शुक्रवार सुबह चौथी सूची में पूर्व मंत्री यूनुस खान का नाम शामिल नहीं है. बता दें कि यूनुस खान की गिनती वसुंधरा राजे के बेहद करीबी नेताओं में होती है, वे दो बार राजे सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. साल 2018 में उन्हें आखिरी मौके पर टोंक से सचिन पायलट के सामने मैदान में उतारा गया था, जहां उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ रहा था.

इस बार अब तक टिकट नहीं मिलने के बीच युनूस खान का एक वीडियो भी वायरल होने लगा. इस वीडियो में खान अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए, चार नवंबर को डीडवाना की साल्ट रोड पर जनसेवा केंद्र में सभी से आगे की रणनीति बनाने के लिए साथ आने का आग्रह कर रहे हैं. वीडियो में उन्होंने पार्टी और डीडवाना के लोगों के साथ अपने जुड़ाव का भी जिक्र किया है. खान ने अपने समर्थकों की राय को फैसले से पहले सर्वोपरि बताया.

पढ़ें:भाजपा में महिला नेताओं की बगावत, अब कृष्णेंद्र कौर ने किया चुनाव लड़ने का एलान

ओएसडी भाटी भी हैं बीजेपी के बागी: युनूस खान के ओएसडी रहे बी.एल.भाटी बीजेपी से सुजानगढ़ के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे थे. आखिरी मौके पर उन्होंने उम्मीद छोड़कर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन थाम लिया. आरएलपी ने भाटी को नागौर की जायल सीट से प्रत्याशी बनाया है. जायल अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. ऐसे में उनकी बगावत को भी यूनुस खान के अगले कदम के रूप में देखा गया था.

शेरगढ़ में भी सुलग रही है बगावत: जोधपुर जिले के शेरगढ़ से पूर्व भाजपा विधायक बाबू सिंह राठौड़ को वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है. राठौड़ और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह की सियासी अदावत की खबरों के बीच इस बार कयास लगाए जा रहे थे कि उनका टिकट काटा जा सकता है , लिहाजा बाबू सिंह ने भी नामांकन की आखिरी तारीख से ठीक एक दिन पहले रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का महासम्मेलन बुलाया है. इस कार्यक्रम को लेकर एक पोस्टर वायरल हो रहा है, जिसमे बाबू सिंह राठौड़ की तस्वीर के साथ शेरगढ़ में आगामी रणनीति के लिए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया जा रहा है.

विरोध और बगावत

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तरफ से चार सूची जारी कर दी गई है. लिस्ट में 184 उम्मीदवारों का नाम फाइनल हो गया है. इन सूची के सामने आने के बाद प्रदेश में बीजेपी पार्टी के 'अपने' ही बागवत पर उतर आए हैं. गुरुवार शाम को बीजेपी की तीसरी सूची और शुक्रवार सुबह चौथी सूची में पूर्व मंत्री यूनुस खान का नाम शामिल नहीं है. बता दें कि यूनुस खान की गिनती वसुंधरा राजे के बेहद करीबी नेताओं में होती है, वे दो बार राजे सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. साल 2018 में उन्हें आखिरी मौके पर टोंक से सचिन पायलट के सामने मैदान में उतारा गया था, जहां उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ रहा था.

इस बार अब तक टिकट नहीं मिलने के बीच युनूस खान का एक वीडियो भी वायरल होने लगा. इस वीडियो में खान अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए, चार नवंबर को डीडवाना की साल्ट रोड पर जनसेवा केंद्र में सभी से आगे की रणनीति बनाने के लिए साथ आने का आग्रह कर रहे हैं. वीडियो में उन्होंने पार्टी और डीडवाना के लोगों के साथ अपने जुड़ाव का भी जिक्र किया है. खान ने अपने समर्थकों की राय को फैसले से पहले सर्वोपरि बताया.

पढ़ें:भाजपा में महिला नेताओं की बगावत, अब कृष्णेंद्र कौर ने किया चुनाव लड़ने का एलान

ओएसडी भाटी भी हैं बीजेपी के बागी: युनूस खान के ओएसडी रहे बी.एल.भाटी बीजेपी से सुजानगढ़ के लिए टिकट की दावेदारी कर रहे थे. आखिरी मौके पर उन्होंने उम्मीद छोड़कर हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का दामन थाम लिया. आरएलपी ने भाटी को नागौर की जायल सीट से प्रत्याशी बनाया है. जायल अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. ऐसे में उनकी बगावत को भी यूनुस खान के अगले कदम के रूप में देखा गया था.

शेरगढ़ में भी सुलग रही है बगावत: जोधपुर जिले के शेरगढ़ से पूर्व भाजपा विधायक बाबू सिंह राठौड़ को वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है. राठौड़ और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह की सियासी अदावत की खबरों के बीच इस बार कयास लगाए जा रहे थे कि उनका टिकट काटा जा सकता है , लिहाजा बाबू सिंह ने भी नामांकन की आखिरी तारीख से ठीक एक दिन पहले रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का महासम्मेलन बुलाया है. इस कार्यक्रम को लेकर एक पोस्टर वायरल हो रहा है, जिसमे बाबू सिंह राठौड़ की तस्वीर के साथ शेरगढ़ में आगामी रणनीति के लिए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.