जयपुर. राज्य बजट पर कारोबारियों का कहना है कि सरकार को टैक्स सरलीकरण को लेकर कदम उठाने चाहिए, क्योंकि इससे पहले जीएसटी और नोटबंदी ने व्यापार की कमर तोड़ दी थी. अब उन्हें उम्मीद है कि गहलोत सरकार अपने आने वाले इस बजट में टैक्स के सरलीकरण को लेकर कोई बड़ा कदम उठाएगी.
व्यापारियों का यह भी कहना है कि सरकार को पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर भी कोई घोषणा करनी चाहिए, क्योंकि पहले केंद्र सरकार ने अपने बजट में तेल के दाम बढ़ाए हैं और इसके बाद राज्य सरकार ने इस पर वैट लगा दिया है. ऐसे में एक ही दिन में तेल के दाम 4 रुपये से अधिक बढ़ चुके हैं. व्यापारियों ने मांग रखी है कि सरकार बढ़ा हुआ वैट कम करे, क्योंकि इससे आम लोगों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ा है. आम आदमी को राहत नहीं मिलेगी तो व्यापार की संभावनाएं भी कम होंगी.
वहीं, ज्वेलरी कारोबार से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह से 2.5 प्रतिशत गोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई है, उससे ज्वेलरी का कारोबार काफी प्रभावित होगा. इसलिए राज्य सरकार को इसमें कुछ हस्तक्षेप करना चाहिए. आने वाले बजट से पहले हर वर्ग चाहता है कि जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, उस पर लगाम लगाने के लिए सरकार कोई नीति बनाए ताकि लोगों को महंगाई से राहत मिल सके.