जयपुर. राजधानी जयपुर में चांदी की टकसाल पर रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में शनिवार को 6 दिन बाद प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बन गई. मांगों पर सहमति बनने के बाद परिजनों ने धरना खत्म कर दिया है. साथ ही शव को अंतिम संस्कार के लिए पैतृक गांव कोटखावदा ले जाया गया. इस मामले में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं, परिवार को एक डेयरी बूथ अलॉट हुआ है और अधूरे मकान पर छत भी डाली जाएगी.
रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में आरोपी देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, राकेश टांक, देव अवस्थी और लालचंद देवनानी को गिरफ्तार कर लिया गया है. राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, अन्य लोगों को भी जांच पड़ताल के बाद दोषी पाए जाने पर गिरफ्तार किया जाएगा. इधर, अवैध होटल को ध्वस्त कर दिया गया. साथ ही नगर निगम के एक विजिलेंस इंस्पेक्टर को भी सस्पेंड किया गया है. वहीं, इस मामले में नगर निगम डीसी और विजिलेंस डीसी भी दोषी है. जांच के बाद इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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मीणा ने आगे कहा कि 300 साल पुराने श्री गिरधारी जी के मंदिर के हेरिटेज लुक के साथ छेड़छाड़ की गई है. जिसका कल से सर्वे चालू किया जाएगा. इसके अलावा 15 दिन में मंदिर का ओरिजिनल लुक सामने आने की भी बात कही गई. उन्होंने बताया कि मंदिर में 30 साल से आमजन के लिए पूजा बंद है. उसके लिए बाहर बोर्ड लगवाया जाएगा और जनता के लिए खोला जाएगा. इसके इतर रामप्रसाद मीणा के परिवार की सुरक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी. साथ ही पीड़ित परिवार को समाज से 50 लाख रुपए एकत्रित करके देने की भी बात कही.
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि रामप्रसाद मीणा सुसाइड मामले में परिवार के लोग धरने पर बैठे हुए थे. उनकी कुछ मांगे थी, परिजनों की मांगों पर सरकार की तरफ से विचार किया गया और आखिरकार सहमति बन गई. जिसके बाद परिजनों ने धरना खत्म कर दिया और शव को अंतिम संस्कार के लिए मृतक के पैतृक गांव ले जाया गया.