जयपुर. रमजान के मुकद्दस महीने का इंतजार कर रहे अकीदतमंदों के लिए इंतजार और बढ़ गई है. बुधवार शाम इंतजार के मुताबिक चांद के दीदार नहीं होने की वजह से अब रमजान के पाक महीने की शुरुआत शुक्रवार से होगी. इसके बाद महीने भर रोजे रखे जाएंगे. साथ ही खुदा की इबादत में दुआओं का दौर चलेगा.
जयपुर में चीफ काजी खालिद उस्मानी ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आज रमजान के चांद के दीदार नहीं हुए, ऐसे में अब गुरुवार को रमजान की चांद रात होगी. साथ ही शुक्रवार यानी जुम्मे को रमजान का पहला रोजा होगा. गुरुवार से तरावीह की विशेष नमाज पढ़ी जाएगी. धर्म के अनुसरण की सीख देता है रमजान का महीनाः इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार रमजान के महीने को सबसे पवित्र माना जाता है. इस दौरान पूरा समय अल्लाह की इबादत में लगाया जाता है.
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धर्मावलंबी लगातार धर्म कर्म से जुड़े कार्यों में व्यस्त रहते हैं. रमजान के महीने में इस्लाम की मान्यताओं के अनुसार दान देने की भी प्रथा है. इस दान को खैरात कहा जाता है. पूरा दिन रमजान के महीने में धर्मावलंबी रोजा रखते हैं और शाम को इफ्तार करते हैं. रोजे की शुरुआत से पहले लिए जाने वाले खाने को सहरी कहा जाता है और रोजा खोलने के दौरान खाने को ग्रहण करने की प्रक्रिया को इफ्तार कहा जाता है. इसके बीच में पूरे दिन रोजेदार बिना पानी के रहते हैं.