जयपुर. चुनावी साल में राजस्थान में ईडी की एंट्री के बाद राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने राजकॉम में मैनेजर के पद पर लगे राजेश सैनी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. मंगलवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर किरोड़ी लाल मीणा ने ये आरोप लगाए हैं. साथ ही ईडी के दफ्तर में जाकर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है.
5000 करोड़ का घोटाला : राज्यसभा सांसद ने राजेश सैनी को सीएम का रिश्तेदार बताते हुए आरोप लगाया कि वो सीएमआर और सीएमओ में आईटी का काम देखते हैं, उन्होंने सारे बिल अपनी बेटी रुचि सैनी के नाम से उठाए हैं. इन बिलों का डॉट स्क्वायर कंपनी के जरिए फर्जी भुगतान उठाया गया है. इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने वाईफाई घोटाले में 5470 वाईफाई डिवाइस लगाने के एवज में 72 करोड़ के स्थान पर 156 करोड़ भुगतान करने और मैनपावर घोटाले में प्रति व्यक्ति 4 लाख रुपए का भुगतान करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि इनमें आईटी विभाग के उप निदेशक स्तर के अधिकारी भी लिप्त हैं. किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया कि आईटी डिपार्टमेंट में अलग-अलग मामलों में करीब 5000 करोड़ का घोटाला हुआ है. पूरा मामला 1 साल पुराना है, जिसमें एसओजी के जांच अधिकारी भी लिप्त पाए जाएंगे.
किरोड़ी लाल मीणा ने लगाए ये आरोप :
- वाईफाई टेंडर में 72 करोड़ का काम करते हुए 5470 डिवाइस लगाए गए, जबकि 156 करोड़ का भुगतान किया गया.
- चाइना से पोस मशीन खरीदी और उसके ऊपर भारत का लेबल लगाकर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया.
- पुलिस की गाड़ी में जीपीएस डिवाइस लगाने का फर्जी आधार पर टेंडर किया गया.
- ईमित्र प्लस मशीन में भी घोटाला किया गया.
राजस्थान में ईडी की एंट्री को जायज : राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राजस्थान में ईडी की एंट्री को जायज बताते हुए कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधा. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जो काला पैसा कमाया है, उसे ईडी मुंह से खाया हुआ नाक से निकलवा लेगी. उन्होंने सीएम को नसीहत देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को राजनीतिक भाषा नहीं बोलनी चाहिए. भ्रष्टाचार खत्म करना है तो चुप बैठ जाओ वरना, ये आंच मुख्यमंत्री को भी जला देगी.
13-14 जून को प्रदर्शन : आईटी डिपार्टमेंट में 5000 करोड़ के घोटाले को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि इसमें डिपार्टमेंट के ज्वाइंट डायरेक्टर लेवल, डिप्टी डायरेक्टर लेवल, प्रोग्राम मैनेजर और मुख्यमंत्री इंवॉल्व हैं. इसे लेकर बुधवार को ईडी में मामला दर्ज कराया जाएगा. साथ ही 13 जून को जयपुर जिले के हजारों कार्यकर्ता सचिवालय का घेराव भी करेंगे और 14 जून को सारे एमएलए और सांसद योजना भवन पर धरना देंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि राजस्थान की एसीबी ने पूरे देश में शानदार काम किया है. रीट पेपर लीक में कार्रवाई की है. ऐसे में यदि ईडी उनके सहयोग के लिए आ गई तो फिर मुख्यमंत्री क्यों बौखला रहे हैं?
एसओजी पर भी आरोप : सांसद मीणा ने आरोप लगाया कि डीपी जारोली से कोई पूछताछ नहीं की गई. मंत्री सुभाष गर्ग सहित कुछ और भी नाम बताए गए थे, जिनसे भी पूछताछ नहीं की गई. यही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि एसओजी के जांच अधिकारी खुद पेपर लीक करवा रहे हैं और दोषियों को बचा रहे हैं. ऐसे में एसओजी के साथ जो एमएलए-मंत्री लिप्त थे, वो भी शिकंजे में आएंगे. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इनके विधायक और मंत्रियों के साथ ब्यूरोक्रेसी में जो तनाव चल रहा है, उसमें राजस्थान की जनता पिस रही है. सत्ताधारी दल के लोग मिलकर राजस्थान की जनता को लूट रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि ईडी की एंट्री पर उनको चिल्लाना नहीं चाहिए, बौखलाहट भी नहीं आनी चाहिए.
धारीवाल के और सीएम के बेटे टारगेट पर : उन्होंने कहा कि जितने भी कांग्रेस के लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ बोल रहे हैं, वो सभी धन्यवाद के पात्र हैं. ये समझ में नहीं आ रहा कि 30 मई को सचिन पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा करने वाले थे, उसे निरस्त क्यों कर दिया गया? भ्रष्टाचार को लेकर वो पायलट के साथ यात्रा करने को भी तैयार हैं. दोनों दलों के सभी जाति-धर्म के भाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़े तो बहुत अच्छा होगा. उन्होंने दावा किया कि कुछ ही दिनों में शांति धारीवाल का भी 5000 से 10000 करोड़ का घोटाला सामने लाएंगे. एक फेयरमाउंट का घोटाला भी है, जिसमें वैभव गहलोत के शेयर हैं. आरोप है कि इसमें ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया है. इसकी शिकायत ईडी को की जा चुकी है. गुरुवार को इसको लेकर भी पत्रकार वार्ता करेंगे.