जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के बीए-बीएससी फर्स्ट ईयर भूगोल के एग्जाम से पहले पेपर आउट मामले में खुलासा हुआ है. ये पेपर कालाडेरा के राजकीय सहरिया महाविद्यालय से वीक्षक ने ही सोशल मीडिया पर डाला था. इसे लेकर महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ एनके बावलिया ने कालाडेरा थाने में मामला दर्ज करवाया. जिसके बाद पुलिस में वीक्षक (Invigilator) बाबू मंजीत सिंह सहित तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
राजस्थान यूनिवर्सिटी की ओर से कराए जा रहे परीक्षा में शनिवार को बीए और बीएससी पार्ट-I का भूगोल का पेपर परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले ही आउट हो गया. ये पेपर यूनिवर्सिटी और संबद्ध कॉलेजों से जुड़े सोशल मीडिया ग्रुप्स पर वायरल हुआ. चूंकि वायरल पेपर पर सीरियल नंबर भी लिखा हुआ था. उसी के आधार पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कॉलेज की पहचान की. जिसके बाद सामने आया कि कालाडेरा के राजकीय सहरिया महाविद्यालय से ये पेपर आउट हुआ है. इसकी तहकीकात हुई तो पता चला कि पेपर वीक्षक ने ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. जिसके बाद कॉलेज प्राचार्य डॉ एनके बावलिया ने कालाडेरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए पुलिस ने वीक्षक बाबू मंजीत सिंह, जितेंद्र कुमार और विक्रम को हिरासत में लिया है.
हालांकि पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन इसे लीक नहीं मान रही है. उनका तर्क है कि ये पेपर ऑप्शनल नहीं बल्कि थ्योरेटिकल है. और जब पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ उस वक्त परीक्षा शुरू हो चुकी थी. बता दें कि भूगोल की परीक्षा मेे बीएससी फर्स्ट ईयर के छात्रों के लिए 50 नंबर की, जबकि बीए फर्स्ट ईयर के छात्रों के लिए 75 नंबर की आयोजित की गई. इस मामले में बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी ट्वीट कर गहलोत सरकार पर निशाना साधा था.
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