जयपुर. परिवहन विभाग ड्राइविंग टेस्ट के लिए अब नई तकनीक ला रहा है. दरअसल, ड्राइविंग टेस्ट के लिए जल्द ही परिवहन विभाग ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक तकनीक का इस्तेमाल करेगा. प्रदेश भर में कुल 13 नए ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाए जा रहे हैं. इसके अंतर्गत सबसे पहले ट्रैक की शुरुआत जगतपुरा के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय से की जाएगी. अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों को लेकर काम पूरा हो गया है. वहीं, इससे पहले भी ड्राइविंग को लेकर वहां पर टेस्ट किए जा चुके हैं.
13 जिलो में बने हैं नए ड्राइविंग ट्रैक
विभाग द्वारा राजस्थान के 13 जिलों में अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों का काम पूरा हो चुका है. वहीं, विभाग द्वारा कुल लागत 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अंतर्गत विभाग ने 11 RTO और 2 DTO ऑफिस को काम जल्द पूरा कराने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.
स्मार्ट चिप कंपनी को दिया गया दो साल का कॉन्ट्रैक्ट
परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनवाने को लेकर ड्राइविंग ट्रैक का कॉन्टैक्ट स्मार्ट चिप कंपनी को दिया है. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी ने दोपहिया और चौपहिया वाहन को लेकर अपना रेट फिक्स कर दिया है. इसके अंतर्गत दोपहिया वाहन के 100 रुपये और चारपहिया वाहन के लिए 150 रुपये देना होगा.
जयपुर में पहले हुए ड्राइविंग टेस्ट में सभी हुए थे फेल
प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग ट्रैक बनने के बाद विभाग ने नए ट्रैक पर करीब 16 लोगों का टेस्ट लिए गए थे. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी आने के कारण सभी 16 लोगों को फेल कर दिया था, जिसके बाद विभाग ने कंपनी को दोबारा से सॉफ्टवेयर दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैं.