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राजस्थान में जल्द नई तकनीक से होगा ड्राइविंग टेस्ट, बनाए जा रहे 13 ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक

राजस्थान में जल्द नई तकनीक से ड्राइविंग टेस्ट शुरू होगा. इसके लिए 13 ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाए जा रहे हैं. परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनवाने को लेकर ड्राइविंग ट्रैक का कॉन्टैक्ट स्मार्ट चिप कंपनी को दिया है.

राजस्थान में बनाए जा रहे 13 ऑटोमेटिव ड्राइविंग ट्रैक
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Published : May 13, 2019, 9:26 PM IST

जयपुर. परिवहन विभाग ड्राइविंग टेस्ट के लिए अब नई तकनीक ला रहा है. दरअसल, ड्राइविंग टेस्ट के लिए जल्द ही परिवहन विभाग ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक तकनीक का इस्तेमाल करेगा. प्रदेश भर में कुल 13 नए ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाए जा रहे हैं. इसके अंतर्गत सबसे पहले ट्रैक की शुरुआत जगतपुरा के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय से की जाएगी. अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों को लेकर काम पूरा हो गया है. वहीं, इससे पहले भी ड्राइविंग को लेकर वहां पर टेस्ट किए जा चुके हैं.


13 जिलो में बने हैं नए ड्राइविंग ट्रैक
विभाग द्वारा राजस्थान के 13 जिलों में अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों का काम पूरा हो चुका है. वहीं, विभाग द्वारा कुल लागत 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अंतर्गत विभाग ने 11 RTO और 2 DTO ऑफिस को काम जल्द पूरा कराने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.

स्मार्ट चिप कंपनी को दिया गया दो साल का कॉन्ट्रैक्ट

परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनवाने को लेकर ड्राइविंग ट्रैक का कॉन्टैक्ट स्मार्ट चिप कंपनी को दिया है. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी ने दोपहिया और चौपहिया वाहन को लेकर अपना रेट फिक्स कर दिया है. इसके अंतर्गत दोपहिया वाहन के 100 रुपये और चारपहिया वाहन के लिए 150 रुपये देना होगा.

राजस्थान में बनाए जा रहे 13 ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक

जयपुर में पहले हुए ड्राइविंग टेस्ट में सभी हुए थे फेल
प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग ट्रैक बनने के बाद विभाग ने नए ट्रैक पर करीब 16 लोगों का टेस्ट लिए गए थे. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी आने के कारण सभी 16 लोगों को फेल कर दिया था, जिसके बाद विभाग ने कंपनी को दोबारा से सॉफ्टवेयर दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैं.

जयपुर. परिवहन विभाग ड्राइविंग टेस्ट के लिए अब नई तकनीक ला रहा है. दरअसल, ड्राइविंग टेस्ट के लिए जल्द ही परिवहन विभाग ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक तकनीक का इस्तेमाल करेगा. प्रदेश भर में कुल 13 नए ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाए जा रहे हैं. इसके अंतर्गत सबसे पहले ट्रैक की शुरुआत जगतपुरा के प्रादेशिक परिवहन कार्यालय से की जाएगी. अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों को लेकर काम पूरा हो गया है. वहीं, इससे पहले भी ड्राइविंग को लेकर वहां पर टेस्ट किए जा चुके हैं.


13 जिलो में बने हैं नए ड्राइविंग ट्रैक
विभाग द्वारा राजस्थान के 13 जिलों में अभी तक ड्राइविंग ट्रैकों का काम पूरा हो चुका है. वहीं, विभाग द्वारा कुल लागत 30 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अंतर्गत विभाग ने 11 RTO और 2 DTO ऑफिस को काम जल्द पूरा कराने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं.

स्मार्ट चिप कंपनी को दिया गया दो साल का कॉन्ट्रैक्ट

परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनवाने को लेकर ड्राइविंग ट्रैक का कॉन्टैक्ट स्मार्ट चिप कंपनी को दिया है. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी ने दोपहिया और चौपहिया वाहन को लेकर अपना रेट फिक्स कर दिया है. इसके अंतर्गत दोपहिया वाहन के 100 रुपये और चारपहिया वाहन के लिए 150 रुपये देना होगा.

राजस्थान में बनाए जा रहे 13 ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक

जयपुर में पहले हुए ड्राइविंग टेस्ट में सभी हुए थे फेल
प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग ट्रैक बनने के बाद विभाग ने नए ट्रैक पर करीब 16 लोगों का टेस्ट लिए गए थे. इसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी आने के कारण सभी 16 लोगों को फेल कर दिया था, जिसके बाद विभाग ने कंपनी को दोबारा से सॉफ्टवेयर दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैं.

Intro:एंकर-- राजस्थान प्रदेश को जल्द मिलेंगे नई तकनीक वाले 13 ऑटोमेटिव ड्राइविंग ट्रैक


Body:जयपुर -- परिवहन विभाग द्वारा ड्राइविंग टेस्ट के लिए अब विभाग द्वारा नई तकिनिक लाई जा रही है,,, ऐसे में विभाग द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से पहले होने वाले टेस्ट के लिए ऑटोमेटिव ड्राइविंग ट्रेक की नई तकनीक लेकर आया विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 13 नये ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रेक बनाए जा रहे हैं जिसके अंतर्गत सबसे पहले ट्रक की शुरुआत प्रादेशिक परिवहन कार्यालय जगतपुरा से की जाएगी जिसके अंतर्गत अभी तक डायरिंग ट्रकों को लेकर काम पूरा हो गया है तो वहीं इससे पहले भी ड्राइविंग को लेकर वहां पर टेस्ट किए जा चुके हैं,,,

- 13 जिलो में बने है नए ड्राइविंग ट्रैक

विभाग द्वारा प्रदेश के 13 जिलों में अभी तक ड्राइविंग ट्रकों का काम पूरा हो चुका है तो वहीं की कुल लागत विभाग द्वारा ₹30 करोड़ बताई जा रही है जिसके अंतर्गत,,,, विभाग द्वारा 11 rto तो वंही 2 dto ऑफिस को काम जल्द पूरा कराने के निर्देश भी जारी कर दिए है,,,,

- स्मार्ट चिप कंपनी को दिया 2 साल का कॉन्ट्रैक्ट

परिवहन विभाग द्वारा आमजन के लाइसेंस बनवाने को लेकर ड्राइविंग ट्रैक का कॉन्टैक्ट स्मार्ट चिप कंपनी को दिया गया है,,,जिसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी ने दोपहिया और चारपहिया वाहन को लेकर कंपनी ने अपनी रेट फिक्स कर दी है ,,,जिसके अंतर्गत 2 पहिया वाहन के 100 रुपये तो वही 4 पहिया वाहन के लिए 150 रुपये फिक्स किये है ,,,जिसमें अब यदि आप लाइसेंस बनवाने से पहले ड्राइविंग टेस्ट के लिए 100 -और 150 रुपये अतिरिक्त देना पड़ेगा,,,,

- जयपुर में पहले कर चुके है ड्राइविंग टेस्ट ,,जिसमें सभी हुए थे फैल

प्रादेशिक परिवहन कार्यालय में ड्राइविंग ट्रैक बनने के बाद विभाग ने नए ट्रैक पर करीब 16 लोगों का टेस्ट लिए गए थे,,,, जिसके अंतर्गत स्मार्ट चिप कंपनी के सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी आने के कारण सभी 16 लोगो को फेल कर दिया था,,,,,जिसके बाद विभाग ने कंपनी को दोबारा से सॉफ्टवेयर को दुरुस्त करने के निर्देश जारी कर दिए है,,,,,


Conclusion:
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