जयपुर. प्रदेश के नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारियों के 13 हजार 184 पदों पर होने वाली भर्ती में अभ्यर्थियों को 80 अंकों के प्रैक्टिकल और इंटरव्यू से गुजरना होगा. इसमें 50 अंक प्रैक्टिकल के और 30 अंक इंटरव्यू के होंगे. 80 अंकों के आधार पर ही अभ्यर्थी का चयन किया जाएगा. इस भर्ती प्रक्रिया में धांधली न हो इसके लिए अभ्यर्थियों के प्रैक्टिकल एग्जाम की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाएगी.
प्रैक्टिल में सफल होने पर इंटरव्यू : प्रदेश के 176 नगरीय निकायों में सफाई कर्मचारी के पद पर सिलेक्शन प्रोसेस आसान नहीं रहने वाला है. अभ्यर्थी को शौचालय की सफाई, नाले-नालियों, कचरा डिपो और पार्कों की सफाई का प्रैक्टिकल देना होगा. इस प्रैक्टिकल एग्जाम में जो अभ्यर्थी सफल रहेंगे, उनका निकाय स्तर पर गठित समिति की ओर से इंटरव्यू लिया जाएगा. इस समिति में महापौर, उपमहापौर, सफाई समिति और निगम के अधिकारी भी शामिल होंगे.
इनको मिलेगी तरजीह : स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक हृदेश शर्मा की ओर से जारी आदेशों के अनुसार अभ्यर्थी से सफाई के कामों में से कोई भी चार काम करवाए जाएंगे, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी. इसमें सफाई के काम में एक साल का अनुभव रखने वाले सफाई कर्मचारियों, विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को तरजीह दी जाएगी. आपको बता दें कि भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले अभ्यर्थी 4 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे, जबकि आवेदन पत्र में 5 अगस्त से 9 अगस्त के बीच संशोधन किया जा सकेगा.
आंदोलन की तैयारी : प्रदेश के वाल्मीकि समाज से जुड़े सफाई कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। वाल्मीकि समाज सफाई श्रमिक संघ की मांग है कि राज्य सरकार ने 30 हजार पदों की घोषणा की थी, उनकी स्टाफिंग पैटर्न के आधार पर भर्ती की जाए। फिलहाल 13 हजार 184 पदों पर ही विज्ञप्ति जारी की है। वर्गीकरण में कई ऐसे नगरीय निकाय हैं जिनमें वाल्मीकि समाज या एससी का एक भी पद नहीं दिया गया। इसे लेकर वाल्मीकि समाज में आक्रोश है। ऐसे में अब 17 जुलाई को समाज इकट्ठा होकर आंदोलन की रणनीति तय करेगा।