जयपुर. 31 मार्च को 2022-23 चयन वर्ष भी पूरा हो जाएगा, और 1 अप्रैल 2023 से 2023-24 डीपीसी चयन वर्ष शुरू होगा. ऐसे में तीसरा साल शुरू होने से पहले शिक्षकों ने 2 साल की बकाया डीपीसी करने की मांग उठाई है.शिक्षा महकमे में अध्यापक से लेकर हेड मास्टर तक के पदों पर डीपीसी बकाया चल रही है. जिसे लेकर राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री को 31 मार्च से पहले बकाया डीपीसी करने की डिमांड की है.
संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकतर पदों पर 2 वर्ष से डीपीसी बकाया है, और तीसरा चयन वर्ष शुरू होने वाला है. चयन तिथि बाद में अंकित होना, पुराने वर्षों से चयनित की अगले पद का लाभ देने, नोट जॉइन के रिक्त पद जोड़कर अगली डीपीसी रिव्यू जैसे कारणों से पदोन्नति से वंचित रहे शिक्षकों को पिछले चयन वर्षों में पदोन्नति का लाभ भी नहीं मिला है.
इन पदों पर डीपीसी बकाया : अध्यापक से वरिष्ठ अध्यापक - 2021-22 और 2022-23, वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता - 2021-22 और 2022-23, वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता - रिव्यू डीपीसी 2021-22 तक, वाइस प्रिंसिपल सर प्रिंसिपल - 2022-23, वरिष्ठ अध्यापक से हेड मास्टर - 2021-22, प्रिंसिपल से जिला शिक्षा अधिकारी - 2022-23, वरिष्ठ अध्यापक से हेडमास्टर - 2019-20 के नॉट जॉइन से रिक्त 86 पद शामिल कर 2020-21 रिव्यू.
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आपको बता दें कि कई प्रकरण न्यायालय में भी लंबित है, ऐसे में शिक्षक संगठन ने सरकार के विधि विभाग की ओर से न्यायालय के समक्ष पक्ष रखकर फैसला करवाने की भी मांग की है. इसके साथ ही रिक्त पद भरने के लिए नियम संशोधन, न्यायालय वाद, अनुभव शिथिलन जैसी बाधाएं दूर कर शिक्षा विभाग में बकाया रिव्यू और नियमित डीपीसी संपन्न करने की मांग उठाई है.