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Red Diary Controversy : RTDC चेयरमैन का पैर फ्रैक्चर होने पर भाजपा का तंज, कहा- अब तक दिल टूटते देखा, पहली बार पैर टूटते हुए देख रहे हैं - राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी

सीएम अशोक गहलोत के बाद उनके करीबी RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर के पैर में फ्रैक्चर होने पर बीजेपी ने तंज कसा है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि लाल डायरी का जिन्न बाहर निकल चुका है, अब वो रुकने वाला नहीं है.

BJP Slams Congress
लाल डायरी को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना
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Published : Jul 28, 2023, 5:29 PM IST

Updated : Jul 28, 2023, 5:45 PM IST

RTDC चेयरमैन के पैर में फ्रैक्चर होने पर भाजपा का तंज

जयपुर. प्रदेश में लाल डायरी का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है. इस बीच सीएम गहलोत के बाद उनके करीबी RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर के पैर में भी फ्रैक्चर हो गया है. इसको लेकर अब बीजेपी ने तंज कसा है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब तक दिल टूटते देखे थे, पहली बार पैर टूटते देख रहे हैं.

लाल डायरी का जिन्न बोतल से निकल चुका है : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के लिए लाल डायरी मुद्दा नहीं है तो उसे सार्वजनिक क्यों नहीं कर देते ? जिस डायरी को लेकर विधानसभा में इनता बड़ा हंगामा खड़ा हुआ, उस डायरी के एक-एक पन्ने को पढ़कर क्यों नहीं सुना देते ?. मंत्री मंडल से राजेंद्र गुढ़ा को क्यों बर्खास्त किया गया? इस लाल डायरी से कांग्रेस क्यों डरी हुई है, इसका भी जवाब प्रदेश की जनता जानना चाहती है. जिनके घर पर रेड पड़ी, उन्होंने स्वीकार किया कि उनके घर से डायरी लेकर गए हैं. राठौर ने कहा कि लाल डायरी का जिन्न अब बोतल से निकल चुका है, कांग्रेस जब तक शासन में रहेगी, तब तक उसे लाल डायरी का मुद्दा परेशान करेगा.

पढे़ं. Rajendra Gudha Red Diary : धर्मेंद्र राठौर बोले- गुढ़ा घर आए थे, मेरी डायरी इनकम टैक्स विभाग ले गया, भाजपा का मोहरा बन कर रहे काम

संसदीय लोकतंत्र को किया कमजोर : राजेंद्र राठौड़ ने 24 जुलाई को विधानसभा में लाल डायरी को लेकर हुए हंगामे को सदन की कार्यवाही से हटाने पर भी सवाल खड़े किए. राठौड़ ने कहा कि यह संसदीय परंपरा नहीं है, यह विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार है. अब तक ये होता है कि विधानसभा में असंसदीय शब्द को हटाया जाता है, लेकिन कार्यवाही से कुछ अंश को निकाल देना ये संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने का काम है.

पैर टूटना यक्ष प्रश्न : RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर के पैर में आए फ्रैक्चर पर भी नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने तंज कसा. राठौड़ ने कहा कि यह यक्ष प्रश्न है कि मुख्यमंत्री के बाद उनके करीबी और जिनके घर से लाल डायरी निकली उनके भी पैर में प्लास्टर बंध गया. अब तक दिल टूटते देखा है, लेकिन पैर टूटते पहली बार देख रहे हैं. यह निश्चित तौर पर चिंता की बात है और इसके पीछे के राज को राजस्थान जानना चाहता है. राठौड़ ने सब इंस्पेक्टर भर्ती में एक ही गांव के तीन दर्जन से अधिक युवाओं के सलेक्शन पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा बीजेपी पहले ही कहती रही है पेपर माफिया का राज इस सरकार में चल रहा है. कोई भी भर्ती निष्पक्षता के साथ नहीं हुई.

पढ़ें. राजेन्द्र गुढ़ा ने सरकार बचाई, लेकिन उनकी गैरकानूनी मांग नहीं हो सकती पूरी, लाल डायरी फैब्रिकेटेडः धारीवाल

जनता सच जानना चाहती है : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचार राजस्थान में एक बड़ा मुद्दा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं कहा है कि राजेंद्र गुढ़ा ने मेरी सरकार बचाई है और अब उसी साथी को बाहर निकाल दिया. आखिर लाल डायरी में ऐसे क्या काले कारनामे हैं, जिसे लेने के लिए गुढ़ा को कई मंजिल कूदकर जाना पड़ा. इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए. जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री जब राजस्थान आते हैं तो मुख्यमंत्री को तकलीफ किस बात की है. साढ़े चार साल बाद ही गैस सिलेंडर 500 रुपए में देने की याद कैसे आई. सीएम गहलोत को जनता को ये भी बताना चाहिए कि 500 रुपए की सब्सिडी जो दे रहे हैं, उसमें से आधा केंद्र सरकार दे रही है. गहलोत सरकार जनता को गुमराह नहीं कर सकती.

RTDC चेयरमैन के पैर में फ्रैक्चर होने पर भाजपा का तंज

जयपुर. प्रदेश में लाल डायरी का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है. इस बीच सीएम गहलोत के बाद उनके करीबी RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर के पैर में भी फ्रैक्चर हो गया है. इसको लेकर अब बीजेपी ने तंज कसा है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब तक दिल टूटते देखे थे, पहली बार पैर टूटते देख रहे हैं.

लाल डायरी का जिन्न बोतल से निकल चुका है : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के लिए लाल डायरी मुद्दा नहीं है तो उसे सार्वजनिक क्यों नहीं कर देते ? जिस डायरी को लेकर विधानसभा में इनता बड़ा हंगामा खड़ा हुआ, उस डायरी के एक-एक पन्ने को पढ़कर क्यों नहीं सुना देते ?. मंत्री मंडल से राजेंद्र गुढ़ा को क्यों बर्खास्त किया गया? इस लाल डायरी से कांग्रेस क्यों डरी हुई है, इसका भी जवाब प्रदेश की जनता जानना चाहती है. जिनके घर पर रेड पड़ी, उन्होंने स्वीकार किया कि उनके घर से डायरी लेकर गए हैं. राठौर ने कहा कि लाल डायरी का जिन्न अब बोतल से निकल चुका है, कांग्रेस जब तक शासन में रहेगी, तब तक उसे लाल डायरी का मुद्दा परेशान करेगा.

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संसदीय लोकतंत्र को किया कमजोर : राजेंद्र राठौड़ ने 24 जुलाई को विधानसभा में लाल डायरी को लेकर हुए हंगामे को सदन की कार्यवाही से हटाने पर भी सवाल खड़े किए. राठौड़ ने कहा कि यह संसदीय परंपरा नहीं है, यह विधानसभा अध्यक्ष का विशेषाधिकार है. अब तक ये होता है कि विधानसभा में असंसदीय शब्द को हटाया जाता है, लेकिन कार्यवाही से कुछ अंश को निकाल देना ये संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने का काम है.

पैर टूटना यक्ष प्रश्न : RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर के पैर में आए फ्रैक्चर पर भी नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने तंज कसा. राठौड़ ने कहा कि यह यक्ष प्रश्न है कि मुख्यमंत्री के बाद उनके करीबी और जिनके घर से लाल डायरी निकली उनके भी पैर में प्लास्टर बंध गया. अब तक दिल टूटते देखा है, लेकिन पैर टूटते पहली बार देख रहे हैं. यह निश्चित तौर पर चिंता की बात है और इसके पीछे के राज को राजस्थान जानना चाहता है. राठौड़ ने सब इंस्पेक्टर भर्ती में एक ही गांव के तीन दर्जन से अधिक युवाओं के सलेक्शन पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा बीजेपी पहले ही कहती रही है पेपर माफिया का राज इस सरकार में चल रहा है. कोई भी भर्ती निष्पक्षता के साथ नहीं हुई.

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जनता सच जानना चाहती है : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचार राजस्थान में एक बड़ा मुद्दा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं कहा है कि राजेंद्र गुढ़ा ने मेरी सरकार बचाई है और अब उसी साथी को बाहर निकाल दिया. आखिर लाल डायरी में ऐसे क्या काले कारनामे हैं, जिसे लेने के लिए गुढ़ा को कई मंजिल कूदकर जाना पड़ा. इसका जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए. जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री जब राजस्थान आते हैं तो मुख्यमंत्री को तकलीफ किस बात की है. साढ़े चार साल बाद ही गैस सिलेंडर 500 रुपए में देने की याद कैसे आई. सीएम गहलोत को जनता को ये भी बताना चाहिए कि 500 रुपए की सब्सिडी जो दे रहे हैं, उसमें से आधा केंद्र सरकार दे रही है. गहलोत सरकार जनता को गुमराह नहीं कर सकती.

Last Updated : Jul 28, 2023, 5:45 PM IST
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