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Special : बदमाशों की काली कमाई से बनाई संपत्ति पर पुलिस की नजर, 35 मामलों में कार्रवाई की सिफारिश

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Published : Apr 13, 2023, 7:37 PM IST

राजस्थान पुलिस एक्टिव मोड में काम करते हुए जहां लगातार बदमाशों की धरपकड़ कर रही है. वहीं, इन बदमाशों की कुंडली खंगालने के साथ ही इनकी संपत्ति पर भी नजर रख रही है. हाल ही में करीब 35 बदमाशों की काली कमाई से अर्जित संपत्ति पर कार्रवाई के लिए आयकर विभाग और स्थानीय निकायों को जानकारी दी गई है.

Crime Control in Rajasthan
बदमाशों की काली कमाई से बनाई संपत्ति पर पुलिस की नजर
पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण की संपत्ति पर कार्रवाई...

जयपुर. राजस्थान पुलिस का 'ऑपरेशन वज्र प्रहार' इन दिनों सुर्खियों में है. इसके तहत संगठित गिरोह चलाने वाले बदमाश, हार्डकोर बदमाशों और आदतन अपराधियों पार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही पुलिस की नजर अब ऐसे बदमाशों की संपत्ति पर भी है. ऐसे बदमाशों की कुंडली खंगालने के साथ ही इनके द्वारा काली कमाई से हासिल संपत्तियों और वाहनों की भी पुलिस सूची बना रही है.

इसके साथ ही ऐसे बदमाशों की काली कमाई से बनाई गई संपत्तियों पर कार्रवाई की कवायद भी पुलिस ने शुरू कर दी है. इस कार्रवाई का मकसद बदमाशों के हौसले पस्त करने के साथ ही आमजन में यह संदेश देना भी है कि गलत राह पर चलकर जो कुछ भी कमाया जाए. एक दिन उसका हश्र बुरा ही होना है. एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि राजस्थान से अपराध और अपराधियों को जड़ से खत्म करने के लिए 'ऑपरेशन वज्र प्रहार' शुरू किया गया है. अभी जो कार्रवाइयां की जा रही हैं, वे महज एक शुरुवात हैं और जब तक प्रदेश से अपराध को समूल नष्ट नहीं किया जाता, ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.

पढ़ें : Special : गैंगस्टर्स के साथ ही उनका सपोर्ट करने वालों पर पुलिस की टेढ़ी नजर, प्रॉपर्टी जब्त करने की भी कवायद

इस अभियान के दौरान बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही गहनता से सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है. इस सर्च अभियान के दौरान बदमाशों की काली कमाई और इससे हासिल की गई संपत्तियों और वाहनों को लेकर भी पड़ताल की जा रही है. इसके साथ ही ऐसी संपत्ति और वाहनों पर कार्रवाई के लिए भी कवायद की जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक 11,512 हिस्ट्रीशीटर्स में से 2,471 हिस्ट्रीशीटर्स की संपत्ति का रिकॉर्ड खंगाला जा चुका है और इनकी संपत्ति का रिकॉर्ड संधारित किया गया है. इनमें से 35 अपराधियों की काली कमाई से हासिल की गई संपत्तियों पर कार्रवाई के लिए आयकर विभाग और स्थानीय निकायों को जानकारी दी गई है. उनसे पुलिस ने इन संपत्तियों पर कार्रवाई करने की सिफारिश की है.

पेपर लीक के आरोपियों की संपत्ति को किया था ध्वस्त : हाल ही में बदमाशों की संपत्ति पर कार्रवाई को पिछलड दिनों जयपुर में ही अंजाम दिया गया था. पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के गुर्जर की थड़ी पर स्थित कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया था. पांच मंजिला इमारत को तीन घंटे की कार्रवाई के बाद ध्वस्त किया गया था. बताया जा रहा है कि कॉर्नर के प्लॉट पर स्थित यह बिल्डिंग सर्विस रोड पर कब्जा कर बनाई गई थी. इसी प्रकार अजमेर रोड पर स्थित भूपेंद्र सारण के घर पर भी कार्रवाई की गई और इसे भी ध्वस्त किया गया था.

कोटा में एक अपराधी की कुंडली बनाएगा एक पुलिसकर्मी : अपराधियों के साथ ही उनकी संपत्ति की कुंडली बनाने को लेकर कोटा पुलिस का एक नवाचार भी इन दिनों काफी चर्चा में है. चिह्नित बदमाशों की निगरानी और कार्रवाई के लिए कोटा पुलिस ने एक नवाचार किया है. जिसे 'एक अपराधी, एक पुलिसकर्मी' नाम दिया गया है. कोटा एसपी शरद चौधरी का कहना है कि इस अभियान के तहत बदमाशों की चल-अचल संपत्ति का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है. जिले के सभी थानों पर अपराधियों को चिह्नित कर उनके आपराधिक रिकॉर्ड के साथ-साथ उनकी चल और अचल संपत्ति की भी निगरानी की जाएगी. अगर संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की हुई है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

कोटा में 469 अपराधियों की बनेगी कुंडली : एसपी शरद चौधरी का कहना है कि कोटा में 397 हिस्ट्रीशीटर, 51 हार्डकोर, 4 गैंगस्टर हैं. इनके साथ ही जिला स्तर पर 10, रेंज स्तर पर 4 और राज्य स्तर पर 3 बदमाशों को चिह्नित किया गया है. इन 469 बदमाशों पर नजर रखने के लिए संबंधित थाने से एक-एक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी को जिम्मेदारी दी गई है. यह पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इन बदमाशों की हर एक गतिविधि पर नजर रखेंगे.

बदमाशों पर नकेल के साथ ही युवाओं को भी संदेश : आमतौर पर बदमाशों की चमचमाती गाड़ी और बड़ा बंगला समाज में उनके रौब का कारण बनता है. नौजवान इन बदमाशों की चकाचौंध भरी लाइफ स्टाइल से आकर्षित हो जाते हैं. सोशल मीडिया पर बदमाशों को फॉलो करने के साथ ही उनकी लाइफ स्टाइल से प्रभावित होकर जाने-अनजाने में कई नौजवान अपराध का रास्ता भी पकड़ लेते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि बदमाशों की संपत्ति पर कार्रवाई से जहां एक तरफ बदमाशों और अपराधियों पर अंकुश लगेगा. इसके साथ ही उन नौजवानों को भी पुलिस संदेश दे रही है कि काली कमाई से हासिल किया गया रौब और चकाचौंध ज्यादा दिन कायम नहीं रहती है.

पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण की संपत्ति पर कार्रवाई...

जयपुर. राजस्थान पुलिस का 'ऑपरेशन वज्र प्रहार' इन दिनों सुर्खियों में है. इसके तहत संगठित गिरोह चलाने वाले बदमाश, हार्डकोर बदमाशों और आदतन अपराधियों पार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही पुलिस की नजर अब ऐसे बदमाशों की संपत्ति पर भी है. ऐसे बदमाशों की कुंडली खंगालने के साथ ही इनके द्वारा काली कमाई से हासिल संपत्तियों और वाहनों की भी पुलिस सूची बना रही है.

इसके साथ ही ऐसे बदमाशों की काली कमाई से बनाई गई संपत्तियों पर कार्रवाई की कवायद भी पुलिस ने शुरू कर दी है. इस कार्रवाई का मकसद बदमाशों के हौसले पस्त करने के साथ ही आमजन में यह संदेश देना भी है कि गलत राह पर चलकर जो कुछ भी कमाया जाए. एक दिन उसका हश्र बुरा ही होना है. एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि राजस्थान से अपराध और अपराधियों को जड़ से खत्म करने के लिए 'ऑपरेशन वज्र प्रहार' शुरू किया गया है. अभी जो कार्रवाइयां की जा रही हैं, वे महज एक शुरुवात हैं और जब तक प्रदेश से अपराध को समूल नष्ट नहीं किया जाता, ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.

पढ़ें : Special : गैंगस्टर्स के साथ ही उनका सपोर्ट करने वालों पर पुलिस की टेढ़ी नजर, प्रॉपर्टी जब्त करने की भी कवायद

इस अभियान के दौरान बदमाशों की गिरफ्तारी के साथ ही गहनता से सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है. इस सर्च अभियान के दौरान बदमाशों की काली कमाई और इससे हासिल की गई संपत्तियों और वाहनों को लेकर भी पड़ताल की जा रही है. इसके साथ ही ऐसी संपत्ति और वाहनों पर कार्रवाई के लिए भी कवायद की जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक 11,512 हिस्ट्रीशीटर्स में से 2,471 हिस्ट्रीशीटर्स की संपत्ति का रिकॉर्ड खंगाला जा चुका है और इनकी संपत्ति का रिकॉर्ड संधारित किया गया है. इनमें से 35 अपराधियों की काली कमाई से हासिल की गई संपत्तियों पर कार्रवाई के लिए आयकर विभाग और स्थानीय निकायों को जानकारी दी गई है. उनसे पुलिस ने इन संपत्तियों पर कार्रवाई करने की सिफारिश की है.

पेपर लीक के आरोपियों की संपत्ति को किया था ध्वस्त : हाल ही में बदमाशों की संपत्ति पर कार्रवाई को पिछलड दिनों जयपुर में ही अंजाम दिया गया था. पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के गुर्जर की थड़ी पर स्थित कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग को ध्वस्त किया गया था. पांच मंजिला इमारत को तीन घंटे की कार्रवाई के बाद ध्वस्त किया गया था. बताया जा रहा है कि कॉर्नर के प्लॉट पर स्थित यह बिल्डिंग सर्विस रोड पर कब्जा कर बनाई गई थी. इसी प्रकार अजमेर रोड पर स्थित भूपेंद्र सारण के घर पर भी कार्रवाई की गई और इसे भी ध्वस्त किया गया था.

कोटा में एक अपराधी की कुंडली बनाएगा एक पुलिसकर्मी : अपराधियों के साथ ही उनकी संपत्ति की कुंडली बनाने को लेकर कोटा पुलिस का एक नवाचार भी इन दिनों काफी चर्चा में है. चिह्नित बदमाशों की निगरानी और कार्रवाई के लिए कोटा पुलिस ने एक नवाचार किया है. जिसे 'एक अपराधी, एक पुलिसकर्मी' नाम दिया गया है. कोटा एसपी शरद चौधरी का कहना है कि इस अभियान के तहत बदमाशों की चल-अचल संपत्ति का रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है. जिले के सभी थानों पर अपराधियों को चिह्नित कर उनके आपराधिक रिकॉर्ड के साथ-साथ उनकी चल और अचल संपत्ति की भी निगरानी की जाएगी. अगर संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की हुई है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

कोटा में 469 अपराधियों की बनेगी कुंडली : एसपी शरद चौधरी का कहना है कि कोटा में 397 हिस्ट्रीशीटर, 51 हार्डकोर, 4 गैंगस्टर हैं. इनके साथ ही जिला स्तर पर 10, रेंज स्तर पर 4 और राज्य स्तर पर 3 बदमाशों को चिह्नित किया गया है. इन 469 बदमाशों पर नजर रखने के लिए संबंधित थाने से एक-एक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी को जिम्मेदारी दी गई है. यह पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इन बदमाशों की हर एक गतिविधि पर नजर रखेंगे.

बदमाशों पर नकेल के साथ ही युवाओं को भी संदेश : आमतौर पर बदमाशों की चमचमाती गाड़ी और बड़ा बंगला समाज में उनके रौब का कारण बनता है. नौजवान इन बदमाशों की चकाचौंध भरी लाइफ स्टाइल से आकर्षित हो जाते हैं. सोशल मीडिया पर बदमाशों को फॉलो करने के साथ ही उनकी लाइफ स्टाइल से प्रभावित होकर जाने-अनजाने में कई नौजवान अपराध का रास्ता भी पकड़ लेते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि बदमाशों की संपत्ति पर कार्रवाई से जहां एक तरफ बदमाशों और अपराधियों पर अंकुश लगेगा. इसके साथ ही उन नौजवानों को भी पुलिस संदेश दे रही है कि काली कमाई से हासिल किया गया रौब और चकाचौंध ज्यादा दिन कायम नहीं रहती है.

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