ETV Bharat / state

Rajasthan : नगरीय निकायों के बकाया बिजली बिलों का सरकार करेगी भुगतान, 256 करोड़ करेगी ट्रांसफर

राज्य की गहलोत सरकार नगरीय निकायों के बकाया बिलजी बिलों का भुगतान करने जा रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से 256.28 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है.

Rajasthan Latest News  बकाया बिजली बिल विद्युत कंपनी  Jaipur latest news  ETV Bharat Rajasthan News  Rajasthan Hindi News  outstanding electricity bills of urban bodies  बिजली बिलों का सरकार करेगी भुगतान  नगरीय निकायों के बकाया बिजली बिलों  राज्य की गहलोत सरकार  बकाया बिलजी बिलों का भुगतान  जोधपुर डिस्कॉम  अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड  विद्युत वितरण निगम लिमिटेड  जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड  outstanding electricity bills of urban bodies  outstanding electricity bills of urban bodies
Rajasthan Latest News बकाया बिजली बिल विद्युत कंपनी Jaipur latest news ETV Bharat Rajasthan News Rajasthan Hindi News outstanding electricity bills of urban bodies बिजली बिलों का सरकार करेगी भुगतान नगरीय निकायों के बकाया बिजली बिलों राज्य की गहलोत सरकार बकाया बिलजी बिलों का भुगतान जोधपुर डिस्कॉम अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड outstanding electricity bills of urban bodies outstanding electricity bills of urban bodies
author img

By

Published : Aug 20, 2023, 7:02 PM IST

जयपुर. नगरीय निकायों पर विद्युत कंपनियों के सार्वजनिक रोशनी के बकाया चल रहे बिलों का भुगतान अब राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 256.28 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है. साथ ही बताया गया कि जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम के अकाउंट में बकाया बिलों की राशि ट्रांसफर की जाएगी.

सरकार करेगी भुगतान - जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बकाया चल रहे 146.47 करोड़, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 26.12 करोड़ और जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 83.69 करोड़ का भुगतान राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा. इस संबंध में रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के नगरी निकायों पर चल रहे बकाया बिलों के भुगतान को लेकर 256.28 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की.

सुदृढ़ीकरण के लिए कराए जाएंगे काम - इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जल तंत्र के विकास और सुदृढ़ीकरण के लिए भी राज्य सरकार की ओर से छह परियोजनाओं के तहत काम कराए जाने हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने 381.74 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है. सरकार बारां जिले में पार्वती मुख्य केनाल के सुदृढ़ीकरण के लिए 241.25 करोड़ खर्च करेगी. वहीं, खारी फीडर की क्षमता बढ़ाकर राजसमंद बांध में जल उपलब्धता के लिए 79.94 करोड़, मानकी डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम पर 20.47 करोड़ , नर्मदा कैनाल प्रोजेक्ट के बालेरा और सांचोर लिफ्ट डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के लिए 17.60 करोड़, भीमगुढ़ा डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के टेल माइनर्स के लिए 8.05 करोड़ रुपए और राटोडा डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के माइनर्स के लिए 14.43 करोड़ के कार्य होंगे.

इसे भी पढ़ें - जनप्रतिनिधियों ने उठाया सवाल-बिजली बिल माफ तो फिर क्यों थमाए जा रहे हैं बढ़े हुए बिल

सीएम ने दी वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी - इसके साथ ही जोधपुर के लूणी स्थित गुड़ा विश्नोईयान में बड़ा तालाब के पास फिल्टर प्लांट के लिए मुख्यमंत्री ने अलग से 123.53 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इससे जल वितरण व्यवस्था सुदृढ़ होगी और 70 गांव के अलावा 148 ढाणियां लाभान्वित होंगी. इस राशि से वाटर राइजिंग मेन पाइपलाइन, रॉ-वाटर रिजर्वेयर, रॉ-वाटर ट्रंक मेन लाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, क्लीयर वाटर रिजर्वेयर, पम्प- मशीनरी और विद्युतीकरण के कार्य होंगे, जबकि सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में सीवरेज लाइन के कार्य के लिए भी 42.30 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को भी सीएम ने मंजूरी दी है. वित्तीय मंजूरियों के इतर मुख्यमंत्री ने रविवार को 78 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत करने की भी स्वीकृति प्रदान की. इससे इन विद्यालयों में छात्रों को 8वीं कक्षा तक की शिक्षा मिल सकेगी.

जयपुर. नगरीय निकायों पर विद्युत कंपनियों के सार्वजनिक रोशनी के बकाया चल रहे बिलों का भुगतान अब राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा. इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 256.28 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है. साथ ही बताया गया कि जयपुर, अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम के अकाउंट में बकाया बिलों की राशि ट्रांसफर की जाएगी.

सरकार करेगी भुगतान - जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के बकाया चल रहे 146.47 करोड़, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 26.12 करोड़ और जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 83.69 करोड़ का भुगतान राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा. इस संबंध में रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के नगरी निकायों पर चल रहे बकाया बिलों के भुगतान को लेकर 256.28 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की.

सुदृढ़ीकरण के लिए कराए जाएंगे काम - इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जल तंत्र के विकास और सुदृढ़ीकरण के लिए भी राज्य सरकार की ओर से छह परियोजनाओं के तहत काम कराए जाने हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने 381.74 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है. सरकार बारां जिले में पार्वती मुख्य केनाल के सुदृढ़ीकरण के लिए 241.25 करोड़ खर्च करेगी. वहीं, खारी फीडर की क्षमता बढ़ाकर राजसमंद बांध में जल उपलब्धता के लिए 79.94 करोड़, मानकी डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम पर 20.47 करोड़ , नर्मदा कैनाल प्रोजेक्ट के बालेरा और सांचोर लिफ्ट डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के लिए 17.60 करोड़, भीमगुढ़ा डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के टेल माइनर्स के लिए 8.05 करोड़ रुपए और राटोडा डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम के माइनर्स के लिए 14.43 करोड़ के कार्य होंगे.

इसे भी पढ़ें - जनप्रतिनिधियों ने उठाया सवाल-बिजली बिल माफ तो फिर क्यों थमाए जा रहे हैं बढ़े हुए बिल

सीएम ने दी वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी - इसके साथ ही जोधपुर के लूणी स्थित गुड़ा विश्नोईयान में बड़ा तालाब के पास फिल्टर प्लांट के लिए मुख्यमंत्री ने अलग से 123.53 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इससे जल वितरण व्यवस्था सुदृढ़ होगी और 70 गांव के अलावा 148 ढाणियां लाभान्वित होंगी. इस राशि से वाटर राइजिंग मेन पाइपलाइन, रॉ-वाटर रिजर्वेयर, रॉ-वाटर ट्रंक मेन लाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, क्लीयर वाटर रिजर्वेयर, पम्प- मशीनरी और विद्युतीकरण के कार्य होंगे, जबकि सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में सीवरेज लाइन के कार्य के लिए भी 42.30 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को भी सीएम ने मंजूरी दी है. वित्तीय मंजूरियों के इतर मुख्यमंत्री ने रविवार को 78 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में क्रमोन्नत करने की भी स्वीकृति प्रदान की. इससे इन विद्यालयों में छात्रों को 8वीं कक्षा तक की शिक्षा मिल सकेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.