जयपुर. 99 पदों पर हुई वनपाल भर्ती परीक्षा रविवार को संपन्न हुई. दो चरणों में हुई इस परीक्षा में 45.79 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने भाग लिया. पहले चरण में 2.79 लाख अभ्यर्थियों में से 43.75 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने भाग लिया. जबकि दूसरे चरण में 2.79 लाख अभ्यर्थियों में से 47.83 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. ये परीक्षा अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, श्रीगंगानगर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर जिलों में बनाए गए 1718 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थी. वहीं परीक्षा केंद्र पर घड़ी, चेन, अंगूठी, कान के टॉप्स, लॉकेट और दूसरे आभूषणों को पहन कर आना वर्जित किया गया (guidelines by RSMSSB).
इसके अलावा पर्स, हैंडबैग और डायरी पर भी रोक लगाई गई. राजधानी के परीक्षा केंद्र पर महिला अभ्यर्थियों के बालों के बक्कल, दुपट्टे और सुहाग के कड़े भी खुलवाए गए. परीक्षा में पारदर्शिता को लेकर राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड जिला प्रशासन और एसओजी मुस्तैद दिखी. परीक्षा केंद्रों पर त्रिस्तरीय जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में दाखिल होने की अनुमति दी गई.
इससे पहले बोर्ड और एसओजी के अधिकारियों ने परीक्षा से पहले नकल गिरोह पर सख्ती से निपटने की रूपरेखा भी तैयार की. वहीं परीक्षार्थियों की सहूलियत के लिए जयपुर जिला प्रशासन ने शहर में 4 अस्थाई बस स्टैंड बनाए. इन बस स्टैंड से शनिवार से ही बसों का संचालन शुरू हुआ और ये सोमवार तक कार्यरत रहेंगी। वहीं अब 12 और 13 नवंबर को 2300 पदों के लिए 4 पारियों में वनरक्षक भर्ती परीक्षा का भी आयोजन किया जाएगा.