जयपुर. कांग्रेस नेता और जयपुर विद्याधर नगर से विधायक प्रत्याशी सीताराम अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया है. उन्होंने पीसीसी कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को इस्तीफा पत्र भेजा है. कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल का इस्तीफा पार्टी में हार के कारणों के विश्लेषण से पहले चर्चा का विषय बन गया है. इस पत्र में अग्रवाल ने पीसीसी चीफ को लिखा है कि उनकी कई कोशिशों के बावजूद एक प्रत्याशी के रूप में वे कांग्रेस की उम्मीद के मुताबिक चुनाव नतीजे नहीं ला सके थे. अपनी हार की जिम्मेदारी सीताराम अग्रवाल ने स्वंय लेते हुए त्याग पत्र को स्वीकार करने का आग्रह किया है. साथ ही लिखा है कि वे पार्टी की सेवा में हमेशा तत्पर रहेंगे.
दीया कुमारी ने दी प्रदेश की सबसे बड़ी हार: जयपुर की विद्याधर नगर सीट को इस बार के चुनाव में जयपुर के पूर्व राजपरिवार की सदस्य दीया कुमारी की उम्मीदवारी के कारण हॉट माना जा रहा था. यहां तक की नतीजों ने जाहिर कर दिया है कि सीताराम अग्रवाल ने प्रदेश की सबसे बड़ी हार का सामना किया. नतीजों के मुताबिक बीजेपी की प्रत्याशी दीया कुमारी को 1 लाख 58 हजार 516 वोट मिले थे, जबकि, कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को महज 87 हजार 148 वोट ही मिल पाए.
इस तरह से सीताराम और दीया के बीच हार-जीत का अंतर 71 हजार 368 वोटों का रहा. चुनाव में दीया कुमारी को 63.30 फीसदी जबकि अग्रवाल को 34.80 प्रतिशत वोट मिले थे. इसके पहले साल 2018 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी से भी सीताराम अग्रवाल को हार मिली थी. तब राजवी को 95 हजार 599 वोट यानी 42.33 प्रतिशत जनमत मिला था, वहीं अग्रवाल को 64 हजार 367 यानी 28.50 फीसदी वोट मिले थे.