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बदलाव के साथ बवाल : पूनिया को हटाए जाने का विरोध, युवा जाट महासभा ने दी चेतावनी

राजस्थान बीजेपी में बदलाव के साथ ही बवाल शुरू हो गया है. सतीश पूनिया को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के विरोध में गुरुवार को युवा जाट महासभा सड़कों पर उतर आया और चेतावनी तक दे डाली.

बदलाव के साथ बवाल
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Published : Mar 23, 2023, 8:36 PM IST

बीजेपी में बदलाव के साथ शुरू हुआ बावला...

जयपुर. सतीश पूनिया को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही अब बवाल भी शुरू हो गया है. युवा जाट महासभा ने पूनिया को हटाए जाने का विरोध करते हुए गुरुवार को बीजेपी मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. जाट महासभा का आरोप है कि चुनाव से एक साल पहले पूनिया को हटाकर उनकी राजनीति खत्म करने की कोशिश की गई है. उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्र सरकार ने अगर जाट समाज को इसी तरह उपेक्षित किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा.

भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन : बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पद से सतीश पूनिया को हटाने से नाराज युवा जाट महासभा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और भाजपा के इस निर्णय पर नाराजगी जताई. युवा जाट महासभा के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप देवा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस तरह जाट नेता सतीश पूनिया को पार्टी ने हटाकर अपमानित किया है, उससे समाज में रोष व्याप्त है. जिस व्यक्ति ने तीन साल तक दिन-रात मेहनत कर पार्टी को खड़ा किया, उस व्यक्ति को चुनाव आते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. ये न केवल पूनिया का अपमान है, बल्कि पूरे जाट समाज का अपमान है. पार्टी का यह निर्णय बहुत गलत है, जिसे समाज किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के फैसले से समाज का हर युवा आक्रोशित है. जरूरत पड़ी तो पार्टी के खिलाफ किसी भी स्तर पर जाना पड़ा तो वे जाएंगे.

पढ़ें : Rajasthan BJP President: क्या है पूनिया को हटाने की कहानी,जानिये पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से कहां हुई चूक

राजनीतिक हत्या : कुलदीप ने कहा कि गुरुवार को पार्टी ने सतीश पूनिया की राजनीति हत्या की है. चुनाव से पहले उन्हें बाहर का रास्ता दिखा कर उन्हें निर्दलीय विधायक की तरह कर दिया. ये सब निर्णय राजनीति से प्रेरित होकर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पूरा देश जहां शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है, वहीं पूनिया को हटाना इसका संकेत है कि केंद्र सरकार जाट विरोधी है. उन्होंने कहा कि पूनिया ने तीन साल में हारी हुई पार्टी को खड़ा किया. हमारे समाज का युवा तन, मन, धन से पार्टी के साथ खड़े हुए और जब चुनाव का समय आया तो निकाल फेंका. मोदी सरकार लगातार जाट समाज की उपेक्षा कर रही है. इस तरीके से अगर भाजपा जाट समाज को उपेक्षित करेगी तो उसका हश्र बुरा होगा.

जाट समाज पूनिया के साथ : कुलदीप ने कहा कि बीजेपी इस गलतफहमी में ना रहे कि पूनिया अकेले हैं. जाट समाज पूनिया के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले ही जाट समाज को नजरअंदाज कर रही है. मोदी सरकार में राजस्थान का एक भी जाट मंत्री नहीं है. जिस तरह से मोदी सरकार शुरू से जाट समाज को हाशिए पर रखा है, अब जाट समाज को सोचना है. बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को आदेश जारी कर सतीश पूनिया को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाकर सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है.

बीजेपी में बदलाव के साथ शुरू हुआ बावला...

जयपुर. सतीश पूनिया को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही अब बवाल भी शुरू हो गया है. युवा जाट महासभा ने पूनिया को हटाए जाने का विरोध करते हुए गुरुवार को बीजेपी मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. जाट महासभा का आरोप है कि चुनाव से एक साल पहले पूनिया को हटाकर उनकी राजनीति खत्म करने की कोशिश की गई है. उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्र सरकार ने अगर जाट समाज को इसी तरह उपेक्षित किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा उठाना पड़ेगा.

भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन : बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पद से सतीश पूनिया को हटाने से नाराज युवा जाट महासभा के कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और भाजपा के इस निर्णय पर नाराजगी जताई. युवा जाट महासभा के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप देवा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिस तरह जाट नेता सतीश पूनिया को पार्टी ने हटाकर अपमानित किया है, उससे समाज में रोष व्याप्त है. जिस व्यक्ति ने तीन साल तक दिन-रात मेहनत कर पार्टी को खड़ा किया, उस व्यक्ति को चुनाव आते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. ये न केवल पूनिया का अपमान है, बल्कि पूरे जाट समाज का अपमान है. पार्टी का यह निर्णय बहुत गलत है, जिसे समाज किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के फैसले से समाज का हर युवा आक्रोशित है. जरूरत पड़ी तो पार्टी के खिलाफ किसी भी स्तर पर जाना पड़ा तो वे जाएंगे.

पढ़ें : Rajasthan BJP President: क्या है पूनिया को हटाने की कहानी,जानिये पूर्व प्रदेश अध्यक्ष से कहां हुई चूक

राजनीतिक हत्या : कुलदीप ने कहा कि गुरुवार को पार्टी ने सतीश पूनिया की राजनीति हत्या की है. चुनाव से पहले उन्हें बाहर का रास्ता दिखा कर उन्हें निर्दलीय विधायक की तरह कर दिया. ये सब निर्णय राजनीति से प्रेरित होकर लिया गया है. उन्होंने कहा कि पूरा देश जहां शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहा है, वहीं पूनिया को हटाना इसका संकेत है कि केंद्र सरकार जाट विरोधी है. उन्होंने कहा कि पूनिया ने तीन साल में हारी हुई पार्टी को खड़ा किया. हमारे समाज का युवा तन, मन, धन से पार्टी के साथ खड़े हुए और जब चुनाव का समय आया तो निकाल फेंका. मोदी सरकार लगातार जाट समाज की उपेक्षा कर रही है. इस तरीके से अगर भाजपा जाट समाज को उपेक्षित करेगी तो उसका हश्र बुरा होगा.

जाट समाज पूनिया के साथ : कुलदीप ने कहा कि बीजेपी इस गलतफहमी में ना रहे कि पूनिया अकेले हैं. जाट समाज पूनिया के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले ही जाट समाज को नजरअंदाज कर रही है. मोदी सरकार में राजस्थान का एक भी जाट मंत्री नहीं है. जिस तरह से मोदी सरकार शुरू से जाट समाज को हाशिए पर रखा है, अब जाट समाज को सोचना है. बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को आदेश जारी कर सतीश पूनिया को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाकर सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है.

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