जयपुर . राजस्थान बीजेपी में लंबे समय से चल रही सियासी अटकलों के बीच आज बड़ा बदलाव हो गया है. केंद्रीय नेतृत्व ने सांसद सीपी जोशी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नियुक्ति आदेश जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए हैं . बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कार्यकाल दिसंंबर में पूरा हो चुका था, उसके बाद से यह अटकलें लगाई जा रही थी कि जल्द प्रदेश बीजेपी में बड़ा बदलाव हो सकता है .
चित्तौड़गढ़ से हैं सांसद
विधानसभा चुनाव के कुछ महीने ही शेष बचे हैं. इसी बीच बीजेपी ने जातिगत समीकरण के आधार पर चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. इसके साथ ही भाजपा ने ब्राह्मण वोट बैंक को साधने की कोशिश की है.
जातिगत राजनीतिक समीकरण
विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी ने जातिगत समीकरण के आधार पर चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. सीपी जोशी ब्राह्मण समाज से आते हैं, ब्राह्मण अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने एक बड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश की है . बीजेपी की सियासी गलियारों में लगातार इसी बात की चर्चा की थी कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी किसी ब्राह्मण चेहरे को अध्यक्ष बना सकती है. इसमें सांसद सीपी जोशी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वसुंधरा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अरुण चतुर्वेदी का नाम आगे चल रहा था.
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ये रहा राजनीतिक सफर
सीपी जोशी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वर्तमान में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे. पिछले दो बार से वह लगातार सांसद भी है. जोशी का जन्म 4 नवंबर 1975 को चित्तौड़ में हुआ. जोशी ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत राजकीय माध्यमिक विद्यालय चित्तौड़ में छात्रसंघ उपाध्यक्ष के चुनाव जीतने के साथ की. इसके बाद 1995 में वह जिला परिषद सदस्य रहे, 2005 में भडेसर पंचायत समिति के उपप्रधान चुने गए. पार्टी में उनकी सक्रियता को देखते हुए 2014 के चुनाव में चित्तौड़गढ़ से लोकसभा सीट का टिकट मिला और वह चुनाव जीते, फिर लोकसभा चुनाव-2019 में चित्तौड़गढ़ भाजपा की सीट पर दोबारा चुनाव जीते.
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तीन महीने पहले हुआ पूनिया का कार्यकाल पूरा
बता दें मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कार्यकाल 27 दिसंबर 2022 को पूरा हो चुका था, लेकिन पार्टी ने किसी प्रकार का बदलाव तीन महीने तक नहीं किया. इस बीच सियासी अटकलें लगातार लग रही थी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश बीजेपी में कोई बदलाव नहीं करेगा. हालांकि एक धड़ा लगातार इस बात को लगातार कहता रहा कि जल्द ही प्रदेश में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. बीजेपी के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी का जून 2019 में निधन हो जाने के बाद 14 सितंबर 2019 को सतीश पूनिया को राजस्थान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया था. फिर 27 दिसंबर 2019 को संगठन चुनाव प्रक्रिया अपनाकर पूनिया को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया था .
वसुंधरा खेमा मजबूत
बताया जा रहा कि सीपी जोशी के अध्यक्ष बनने से वसुंधरा खेमा मजबूत हुआ है. हालांकि जोशी संघ पृष्ठ भूमि से भी आते हैं. संघ में भी सीपी जोशी की अच्छी पकड़ मानी जाती है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि सीपी जोशी को अध्यक्ष बनाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी केंद्रीय नेतृत्व को सुझाव दिया था. हालांकि सीपी जोशी को खेमों में बांट कर नहीं देखा जा सकता, लेकिन जिस तरह से सतीश पूनिया को हटाकर सीपी जोशी को जिम्मेदारी दी गई है. उसके बाद यह माना जा रहा है कि प्रदेश में लगातार लंबे समय से जो गुटबाजी चल रही थी उसे केंद्रीय नेतृत्व ने खत्म करने की कोशिश की है. बता दें कि मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी अदावत खुलकर सामने आने लगी थी .