जयपुर. प्रदेश में चुनावी माहौल में सियासी पारा गर्म है. बीजेपी और कांग्रेस तो आपस में हमलावर हैं, लेकिन कांग्रेस में कुछ ज्यादा ही अंदरूनी पारा इस गर्मी के मौसम में चढ़ गया है. पेपर लीक प्रकरण और पूर्ववर्ती सरकार में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट 2 दिन से जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं. पायलट की यात्रा पर जहां कांग्रेस में अंदरूनी खलबली मची है वहीं विपक्ष में बैठी बीजेपी भी इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने में जुटी है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा कांग्रेस सरकार के 4 साल के भ्रष्टाचार का जीता जागता और पुख्ता प्रमाण है.
पायलट की यात्रा भ्रष्टाचार का प्रमाण : रामलाल शर्मा ने कहा कि सरकार के मुखिया कई बार कह चुके हैं कि महँगाई राहत शिविरों में सरकार ने रिकॉर्ड बनाने का काम किया है. सरकार की ओर से 90 लाख लोगों को राहत पहुँचाने का काम किया है, लेकिन ये बात ज़रूर है कि सरकार ने बड़ी बड़ी उपलब्धि हासिल की है. ये उपलब्धियां पेपर लीक मामले में, तुष्टिकरण की राजनीति करने में, रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगाने में हासिल की है. पहले सरकार के विधायक सि़र्फ बोलने और सिर्फ पत्र लिखने तक सीमित थे. लेकिन अब सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट अजमेर से लेकर जयपुर तक जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं. ये सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा इस बात का प्रमाण है कि इस सरकार में बीते 4 सालों में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है. ये सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी है.
सब सर्वे होंगे फेल : इस कांग्रेस की सरकार ने जनहित के काम न करके सिर्फ अपनी सरकार को बचाने के लिए उन विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए जो विधायक नैतिक अनैतिक काम हमेशा सरकार के ऊपर दबाव डालकर करवाते रहे हैं. अब उन विधायकों के कामों को जनता भी जान चुकी है. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री का सर्वे कहता है कि मेरे सर्वे के अंदर सरकार दोबारा बना रहा हूँ, लेकिन मुख्यमंत्री भी जानते हैं इतिहास इस बात का साक्षी है कि पहले 156 पर आए थे और 21 पर सिमट गये और अब 21 से कम विधायक से चुनाव जीत के आयेंगे बाकि जीतने वाले नहीं है.
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