जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के चुनावी रण में जोर आजमाइश कर रही पार्टियों और प्रत्याशियों पर निर्वाचन आयोग की कड़ी नजर है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक 28 दिन में विभिन्न एजेंसियों द्वारा 517 करोड़ रुपए की सीजर की कार्रवाई की गई है. जो साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान की गई सीजर से 734 फीसदी ज्यादा है. साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान 65 दिन में सीजर का आंकड़ा 100 करोड़ भी नहीं छू पाया था. खास बात यह है कि इस बार प्रदेश में 24 जिले ऐसे हैं. जहां 10 करोड़ रुपए से ज्यादा की सीजर की कार्रवाई की गई है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार, सबसे ज्यादा जयपुर में 85.37 करोड़ रुपए की सीजर की गई है. अलवर में 30.87 करोड़, जोधपुर में 21.74 करोड़, उदयपुर में 21.11 करोड़, नागौर में 20.13 करोड़, बीकानेर में 19.80 करोड़, चितौड़गढ़ में 19.62 करोड़ रुपए की सीजर की गई है.
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इसी प्रकार श्रीगंगानगर में 19.11 करोड़, बूंदी में 17.68 करोड़, भीलवाड़ा में 18.47 करोड़, कोटा में 17.12 करोड़, बाड़मेर में 15.67 करोड़, बांसवाड़ा में 14.93 करोड़, हनुमानगढ़ में 15.38 करोड़, सीकर में 14.74 करोड़, पाली में 14 करोड़ की सीजर की कार्रवाई की गई है. जबकि सिरोही में 13.15 करोड़, चुरू में 13.10 करोड़, टोंक में 12.50 करोड़, झालावाड़ में 13.14 करोड़, अजमेर में 11.35 करोड़, दौसा में 10.81 करोड़, भरतपुर में 10.45 करोड़ की सीजर की कार्रवाई की गई है.