टोंक. पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को टोंक से अपना नामांकन दाखिल किया. इसके बाद मीडिया से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने ने कहा कि हमारे (अशोक गहलोत और सचिन पायलट) बीच न कोई मनभेद है, न मतभेद है और न ही कोई गुट है. हम सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में चेहरे की घोषणा की परंपरा नहीं है. जीत के बाद विधायक और पार्टी नेतृत्व तय करते हैं कि कौन लीड करेगा. अभी हम सब पार्टी को विजयी बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
भूलो और आगे बढ़ो की रणनीति : सचिन पायलट ने पार्टी के अंदर के मतभेद और लगातार सियासी बयानबाजी पर कहा कि वे भूलो और आगे बढ़ो की रणनीति को अपनाकर आगे बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि माफ करो, भूलो और आगे बढ़ो. अब वो उस लाइन पर चल रहे हैं. पायलट बोले कि वो अपने शब्दों के लिए जिम्मेदार हैं, इसलिए कोई क्या बोलता है, इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता है.
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मजहब, हिन्दू-मुस्लिम और नफरत की बात करती है भाजपा : उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा मजबूत विपक्ष की भूमिका में विफल रहा है. केंद्र में भी भाजपा की सरकार ने पिछले 9 सालों में देश की जनता को भटकाने के अलावा कुछ नहीं किया. पायलट ने दावा किया है कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी नहीं, बल्कि बन गई है. भाजपा की ओर से अब तक टोंक में उम्मीदवार नहीं उतारे जाने पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का मामला है. वो किसको उम्मीदवार बनाती हैं. देश को आज जरूरत है कोंग्रेस की, क्योंकि बीजेपी हमेशा ध्रुवीकरण की राजनीति और बांटने की राजनीति करती है. अच्छे दिन के जो वादे भाजपा ने किए थे, जनता उनका जवाब मांग रही है. भाजपा सिर्फ मजहब, हिन्दू-मुस्लिम और नफरत की बात करती है. पायलट ने राजस्थान में भाजपा की यात्राओं पर तंज कसते हुए कहा कि जब आक्रोश ही नहीं है तो कैसी जन आक्रोश यात्राएं, उनकी यात्राएं फ्लॉफ रही.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथी : पायलट आज सुबह जयपुर से सड़क मार्ग होते हुए टोंक के लिए रवाना हुए थे. इस दौरान पूरे रास्ते में पायलट का उनके समर्थकों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. टोंक पहुंचने पर सचिन पायलट ने इंदिरा गांधी सर्किल पहुंचकर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए. उसके बाद पायलट गुर्जर होस्टल में जाकर अपने पिता की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. इसके बाद पायलट भूतेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और दर्शन के बाद रैली के रूप में कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए. इस दौरान 30 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया. नामांकन से दौरान पायलट के रोड शो में समर्थकों की भारी भीड़ जुटी. पायलट खुली गाड़ी में सवार होकर टोंक से गुजरे और समर्थकों का अभिवादन स्वीकार किया. इस दौरान गाड़ी में रघु शर्मा, हरीश मीणा, राकेश पारीक, जीआर खटाणा मौजूद रहे. वहीं विधानसभा प्रभारी अनिल चोपड़ा भी दिखे.
भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा के बाद भरा था नामांकन : 2018 में भी इसी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सचिन पायलट ने सवाई माधोपुर चौराहे से नामांकन जुलूस शुरू किया था, जिसके बाद टोंक विधानसभा सीट के इतिहास की सबसे बड़ी जीत 54 हजार 179 वोट से हासिल की थी. उस चुनाव में पायलट ने यूनुस खान को रिकॉर्ड मतों से हराया था.