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जयपुर में 85 फीसदी नए मतदाताओं ने निभाया कर्तव्य, नई सरकार से यह है उम्मीद - new voters of Jaipur

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के मतदान में नए युवा मतदाताओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. इस बार जयपुर की 19 सीटों पर करीब 85 फीसदी नए वोटर्स ने वोट दिया है.

जयपुर के नए मतदाता
First time Voters of Rajasthan
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 27, 2023, 9:25 PM IST

Updated : Nov 28, 2023, 9:26 AM IST

जयपुर के नए मतदाता

जयपुर. लोकतंत्र के महापर्व को नए मतदाताओं ने जश्न की तरह मनाया. जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों पर 85.92 फीसदी नए मतदाताओं ने वोट कास्ट किया, यानी 1.71 लाख युवाओं ने अपने वोट का प्रयोग किया. अब जयपुर का यही युवा चाहता है कि जो भी सरकार बने वो उनके लिए रोजगार, डिजिटलीकरण, स्किल एजुकेशन लाए. साथ ही पेपर लीक मुक्त राजस्थान का निर्माण करे.

इतने थे फर्स्ट टाइम वोटर्स: प्रदेश में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं में खासा उत्साह नजर आया. नतीजन उनका वोटिंग परसेंटेज 85.92 फीसदी रहा. इन युवाओं ने स्याही लगी अंगुली के साथ सेल्फी ली और उन्हें सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया. पहली बार मतदान करने वाले वोटर की संख्या सबसे ज्यादा झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में थी. यहां 16 हजार 91 फर्स्ट टाइम वोटर्स थे, जिनमें से 13 हजार 353 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इसी तरह विद्याधर नगर में 11 हजार 870 में से 11 हजार 360 और आमेर में 12 हजार 913 में से 11 हजार 136 मतदाताओं ने पहली बार वोट कास्ट किया. अब जयपुर का युवा 3 दिसंबर को जिस राजनीतिक दल की सरकार चुनकर आएगी, उससे कुछ उम्मीदें भी लगाए बैठा है.

पढ़ें. शिक्षा में पिछड़े भरतपुर के मेव निकले मतदान में सबसे आगे, 4 चुनावों में इन क्षेत्रों में हुई सर्वाधिक वोटिंग

कर्तव्य का निर्वहन किया : जयपुर के युवा वोटर योगेश कासलीवाल ने कहा कि मतदान देना उनका कर्तव्य था, जिसका उन्होंने निर्वहन किया, जो भी नई सरकार बने उससे अपेक्षा यही रहेगी कि वो युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार प्रदान करे. साथ ही स्कूल और कॉलेज में स्किल बेस्ड एजुकेशन दें. ऐसे में यदि युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता है, तो कम से कम वह अपनी रोजी-रोटी तो चला सके.

Rajasthan assembly Election 2023
वोट देने के बाद सेल्फी लेती फर्स्ट टाइम वोटर

पेपर लीक मुक्त राजस्थान की मांग : अम्बुज टाक ने कहा कि उन्होंने अपना विधायक चुनने के लिए वोट किया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि विधायक बनने के बाद जनप्रतिनिधि उन्हें भूल जाएं. विधायक 5 साल तक अपने क्षेत्र की हर एक समस्या पर फोकस करें, फिर चाहे वो यातायात से जुड़ी हुई हो या महंगाई से जुड़ी. उसे सदन पटल पर रखें. इसके अलावा अपने क्षेत्र में बढ़ते क्राइम पर भी नकेल कसें. वहीं, स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगाई जाएं और अस्पतालों में डॉक्टर टाइम पर मौजूद हों. वहीं, प्रतियोगिता परीक्षा दे रहे हेमराज ने कहा कि बीते दिनों जो पेपर लीक हुए इस तरह के मामलों पर लगाम लगे और पेपर लीक करने वालों पर सख्त एक्शन हो. साथ ही डिजिटलाइजेशन का जमाना है, ऐसे कॉलेज खुलें जहां आईटी एजुकेशन मिले. गवर्नमेंट के साथ प्राइवेट सेक्टर में भी ज्यादा से ज्यादा जॉब्स बढ़ें.

जयपुर के नए मतदाता

जयपुर. लोकतंत्र के महापर्व को नए मतदाताओं ने जश्न की तरह मनाया. जयपुर जिले की 19 विधानसभा सीटों पर 85.92 फीसदी नए मतदाताओं ने वोट कास्ट किया, यानी 1.71 लाख युवाओं ने अपने वोट का प्रयोग किया. अब जयपुर का यही युवा चाहता है कि जो भी सरकार बने वो उनके लिए रोजगार, डिजिटलीकरण, स्किल एजुकेशन लाए. साथ ही पेपर लीक मुक्त राजस्थान का निर्माण करे.

इतने थे फर्स्ट टाइम वोटर्स: प्रदेश में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं में खासा उत्साह नजर आया. नतीजन उनका वोटिंग परसेंटेज 85.92 फीसदी रहा. इन युवाओं ने स्याही लगी अंगुली के साथ सेल्फी ली और उन्हें सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया. पहली बार मतदान करने वाले वोटर की संख्या सबसे ज्यादा झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में थी. यहां 16 हजार 91 फर्स्ट टाइम वोटर्स थे, जिनमें से 13 हजार 353 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इसी तरह विद्याधर नगर में 11 हजार 870 में से 11 हजार 360 और आमेर में 12 हजार 913 में से 11 हजार 136 मतदाताओं ने पहली बार वोट कास्ट किया. अब जयपुर का युवा 3 दिसंबर को जिस राजनीतिक दल की सरकार चुनकर आएगी, उससे कुछ उम्मीदें भी लगाए बैठा है.

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कर्तव्य का निर्वहन किया : जयपुर के युवा वोटर योगेश कासलीवाल ने कहा कि मतदान देना उनका कर्तव्य था, जिसका उन्होंने निर्वहन किया, जो भी नई सरकार बने उससे अपेक्षा यही रहेगी कि वो युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार प्रदान करे. साथ ही स्कूल और कॉलेज में स्किल बेस्ड एजुकेशन दें. ऐसे में यदि युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता है, तो कम से कम वह अपनी रोजी-रोटी तो चला सके.

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वोट देने के बाद सेल्फी लेती फर्स्ट टाइम वोटर

पेपर लीक मुक्त राजस्थान की मांग : अम्बुज टाक ने कहा कि उन्होंने अपना विधायक चुनने के लिए वोट किया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि विधायक बनने के बाद जनप्रतिनिधि उन्हें भूल जाएं. विधायक 5 साल तक अपने क्षेत्र की हर एक समस्या पर फोकस करें, फिर चाहे वो यातायात से जुड़ी हुई हो या महंगाई से जुड़ी. उसे सदन पटल पर रखें. इसके अलावा अपने क्षेत्र में बढ़ते क्राइम पर भी नकेल कसें. वहीं, स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगाई जाएं और अस्पतालों में डॉक्टर टाइम पर मौजूद हों. वहीं, प्रतियोगिता परीक्षा दे रहे हेमराज ने कहा कि बीते दिनों जो पेपर लीक हुए इस तरह के मामलों पर लगाम लगे और पेपर लीक करने वालों पर सख्त एक्शन हो. साथ ही डिजिटलाइजेशन का जमाना है, ऐसे कॉलेज खुलें जहां आईटी एजुकेशन मिले. गवर्नमेंट के साथ प्राइवेट सेक्टर में भी ज्यादा से ज्यादा जॉब्स बढ़ें.

Last Updated : Nov 28, 2023, 9:26 AM IST
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