जयपुर. राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुटी कांग्रेस के भीतर टिकट को लेकर मंथन जारी है. टिकट की माथापच्ची के बीच चर्चाओं का बाजार भी गर्म है. पहले जहां यह माहौल बन रहा था कि इस बार चुनाव में कई वर्तमान मंत्रियों और विधायकों के टिकट कट सकते हैं. वहीं, अब राजस्थान की कई सीटें ऐसी निकलकर सामने आ रही हैं, जहां मौजूदा विधायक को ही टिकट मिलने के चांस बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं.
टिकट के दावेदारों के आवेदन पार्टी की ओर से ब्लॉक अध्यक्ष की ओर से लिए जा रहे हैं. नाम लेने की प्रक्रिया भले ही ब्लॉक, जिला और प्रदेश कांग्रेस से होती हुई इसी महीने के अंत में स्क्रीनिंग कमेटी तक से निकले, लेकिन हकीकत यही है कि कांग्रेस पार्टी के सामने अब टिकट काटने की बजाए 'सिटिंग गेटिंग' के अलावा कोई रास्ता नहीं है.
60 चेहरों के सामने कोई दावेदार नहीं : पार्टी के जानकारों की मानें तो कांग्रेस पार्टी के 60 मंत्री और विधायक ऐसे हैं, जिनके सामने दावेदार ही नहीं हैं. दावेदारों के नाम भेजे भी गए तो वो केवल दिखावे के अलावा कुछ नही होंगे. बाकी बचे विधायकों में से भी ज्यादातर विधायक सर्वे में नंबर 1 पर आ रहे हैं और कांग्रेस उनके टिकट काटने की पोजीशन में नहीं है. ऐसे में कहा जा सकता है कि इस बार भी कांग्रेस पार्टी के ज्यादातर वही चेहरे चुनाव में दिखाई देंगे, जो लगातार पार्टी की ओर से मैदान में नजर आते रहे हैं.
इन नेताओं के सामने दावेदार नहीं : इसमें सूची में करणपुर सीटे से गुरमीत सिंह कुन्नर, बायतु सीटे से हरीश चौधरी, खाजूवाला से गोविन्द मेघवाल, कोलायत से भंवर सिंह भाटी, बारां से पाना चंद मेघवाल, तारानगर से नरेंद्र बुडानिया, सरदारशहर से अनिल शर्मा, सुजानगढ़ से मनोज मेघवाल, झुंझुनू से बिजेंद्र ओला, मंडावा से रीटा चौधरी, नवलगढ़ से राजकुमार शर्मा, फतेहपुर से हाकम अली, लक्ष्मणगढ़ से गोविन्द सिंह डोटासरा, कोटपूतली से राजेन्द्र यादव, दुदु से बाबुलाल नागर, सिविल लाइन्स से प्रताप सिंह खाचरियावास, आदर्श नगर से रफीक खान, बानसूर से शकुंतला रावत, अलवर ग्रामीण से टीकाराम जुली, रामगढ़ से सफिया जुबेर या जुबेर खान, कामां से जाहिदा खान, डीग कुम्हेर से विश्वेन्द्र सिंह, वैर से भजन लाल जाटव, बसेड़ी से खिलाड़ी लाल बैरवा, बाड़ी से गिरिराज सिंह मलिंगा, राजखेड़ा से रोहित बोहरा, सपोटरा से रमेश मीना, सिकराय से ममता भूपेश, दौसा से मुरारी लाल मीणा का नाम शामिल हैं.
इसके अलावा लालसोट से परसादी लाल मीणा, निवाई से प्रशांत बैरवा, टोंक से सचिन पायलट, केकड़ी से रघु शर्मा, डीडवाना से चेतन डूडी, डेगाना से विजयपाल मिर्धा या मिर्धा परिवार, नावा से महेंद्र चौधरी, शेरगढ़ से मीना कंवर या पति उम्मेद सिंह, ओसियां से दिव्या मदेरणा, सरदारपुरा से अशोक गहलोत, जोधपुर से मनीषा पंवार, लूनी से महेंद्र विश्नोई, बिलाड़ा से हीराराम मेघवाल, पोकरण से सालेह महोम्मद, बाड़मेर से मेवाराम जैन, पचपदरा से मदन प्रजापत, सांचौर से सुखराम विश्नोई या बेटा, वल्लभनगर से प्रीति शक्तावत, डूंगरपुर से गणेश घोघरा, बांसवाड़ा से अर्जुन बामनिया, बागीदौरा से महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, बेगूं से राजेन्द्र बिधूड़ी, निम्बाहेड़ा से उदय लाल आंजना, प्रतापगढ़ से रामलाल मीना, भीम से सुदर्शन सिंह रावत, नाथद्वारा से सीपी जोशी, मांडल से रामलाल जाट, जहाजपुर से धीरज गुर्जर, हिंडोली से अशोक चांदना, अंता से प्रमोद जैन भाया और विराटनगर से इन्द्रराज गुर्जर का नाम शामिल है.