जयपुर. यदि आप भी अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने प्रादेशिक परिवहन भवन झालाना जा रहे हैं तो आपको भी कई तरीके की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. जानकारी के अनुसार आरटीओ ऑफिस में प्रतिदिन के 90 लर्निंग लाइसेंस बनाए जाते हैं. ऐसे में 60 लाइसेंस विभाग की ओर से तो 30 लाइसेंस मोटर ड्राइविंग स्कूलों के द्वारा बनाए जाते हैं, लेकिन विभाग को अब प्रतिदिन 200- 300 लाइसेंस के आवेदन प्रतिदिन मिल रहे हैं. वहीं बात की जाए परमानेंट लाइसेंस की तो विभाग की ओर से कई लोगों के लाइसेंस ही नहीं बन रहे हैं. ऐसे में, जब प्रादेशिक परिवहन अधिकारी से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस बारे में बात करने से मना कर दिया है.
जब बात की जाए परमानेंट लाइसेंस की तो उन्हें उसके लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं तारीख लेने आए लोगों से उनकी समस्या के बारे में पूछा तो लोगों में विभाग के खिलाफ काफी गुस्सा देखने को मिला. ऐसे में लोगों का कहना है कि विभाग द्वारा लर्निंग लाइसेंस की डेट तो तुरंत दे दी जाती है लेकिन जब परमानेंट लाइसेंस के लिए डेट लेने आते हैं तो तारीख 1 से 2 माह के बाद की दी जाती है. जिसके चलते लर्निंग लाइसेंस की वैधता समाप्त हो जाती है. ऐसे में लोगों को दुबारा से लर्निंग लाइसेंस बनवाना पड़ता है. जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है.