जयपुर. आमेर में पानी की समस्या को लेकर जेईएन कार्यालय पर बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन किया. जिसमें विधायक सतीश पूनिया भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जलदाय विभाग के ठेकेदार पर पानी के टैंकरों में घपलेबाजी करने का आरोप लगाया है.
दरअसल, राजधानी जयपुर में इन दिनों पानी की समस्या को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. पानी की समस्या से विश्व प्रसिद्ध पर्यटक नगरी आमेर भी त्रस्त हो रहा है, जिसका सीधा असर पर्यटन उद्योग पर भी पड़ रहा है. रमजान के महीने के चलते रोजेदारों को भी पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. आमेर के प्राकृतिक जलदाय के सूख जाने से भी आमेर में पानी का जमीनी जलस्तर घट गया है, जिससे आमेर में पानी की समस्या ज्यादा बढ़ गई है.
पानी की समस्या को लेकर गुरूवार को आमेर जेईएन कार्यालय का लोगों ने घेराव किया. जिसमें बड़ी संख्या में महिला और पुरुष शामिल हुए. इस दौरान लोगों ने जलदाय विभाग विभाग के अतिरिक्त चीफ इंजीनियर आरसी मीणा से पानी सप्लाई नियमित करने की मांग की. वही इस विरोध प्रदर्शन में आमेर विधायक सतीश पूनिया भी शामिल हुए. उनके साथ बड़ी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे. विरोध में शामिल बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार और जलदाय विभाग के अधिकारियों खिलाफ नारेबाजी की.
इस मौके पर विधायक सतीश पूनिया ने आरोप लगाया कि जलदाय विभाग के अधिकारी ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते क्षेत्र में पेयजल की समस्या बन गई है. वहीं लोगों ने जलदाय विभाग के ठेकेदार पर भी पानी के टैंकरों में घपले बाजी करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ठेकेदार पानी की नियमित सप्लाई नहीं कर रहा है बल्कि टैंकरों को बेच रहे हैं. आक्रोशित महिलाओं ने ठेकेदार को खरी-खोटी सुनाते हुए कार्यालय से बाहर निकाल लिया और ठेकेदार की पिटाई करने का प्रयास किया, लेकिन ठेकेदार ने जेईएन कार्यालय में छुपकर अपने आप को बचा लिया.
कागजों में क्षेत्र में पानी के टैंकर सप्लाई हो रहे हैं, लेकिन हकीकत में पानी के टैंकर पहुंच ही नहीं रहे. पूनिया ने कहा कि क्षेत्र में नियमित रूप से पानी के टैंकर नहीं भेजने से पानी की त्राहि-त्राहि मची हुई है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने आमेर में पानी की समस्या दुरुस्त करने के लिए बीसलपुर सप्लाई योजना बनाई थी. लेकिन कांग्रेस सरकार के आने से जो बीसलपुर पानी की योजना 37 करोड़ की योजना को 33 करोड़ कर दिया गया. साथ ही इस योजना के लिए जलदाय विभाग के अधिकारी और ठेकेदार भी बदल दिए गए. कांग्रेस सरकार ने योजना पर काम नहीं करने का मन बनाया है. इस योजना पर कछुआ चाल से काम नहीं कर स्पीड से काम कर करना चाहिए. विधायक पूनिया ने कहा कि जल्द से जल्द पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.