जयपुर. राजस्थान यूनिवर्सिटी में प्रशासन गांव के संग की तर्ज पर अब छात्र चौपाल सजेगी. जहां एक ही स्थान पर छात्रों की सभी समस्याओं का (Chaupal in University of Rajasthan) निवारण होगा. यह दावा है राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी (Student Union President Nirmal Chowdhary) का. 27 अगस्त को राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले निर्मल चौधरी ने मंगलवार को अपना 80 दिन का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार छात्र शक्ति के लिए इतने कम समय में 4 करोड़ रुपए का बजट पास हुआ है. जिससे कई रुके हुए काम पूरे होंगे.
वहीं, अब छात्रों की सुनवाई के लिए राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्र चौपाल लगेगी, जिसमें कुलपति से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक एक मंच पर बैठकर छात्रों की समस्याओं का समाधान करेंगे. निर्मल चौधरी ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार 4 करोड़ 31 लाख का बजट छात्र शक्ति के हित में पास हुआ है. जिससे विश्वविद्यालय में स्थित हॉस्टलों की मरम्मत, सीसीटीवी कैमरे, इलेक्ट्रिक वायरिंग मेंटेनेंस, स्ट्रीट लाइट, सोलर वॉटर हीटिंग सिस्टम जैसे काम कराए जाएंगे. इसके अलावा छात्राओं की मांग पर महिला छात्रावास के पास मिनी डिस्पेंसरी शुरू की जाएगी.
वहीं, निर्मल ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार छात्र चौपाल लगाई जाएगी. इस मंच पर हर महीने छात्र शक्ति अपनी समस्या को सीधे कुलपति और प्रशासनिक अधिकारियों के सामने रख सकेगी. इस चौपाल का सीधा मकसद यही होगा कि छात्रों को उनकी समस्या का हाथों-हाथ समाधान मिल सके. जिस तरह राज्य सरकार प्रशासन गांव के संग अभियान चला रही है, उसी तरह से राजस्थान विश्वविद्यालय का प्रशासन छात्रों के संग रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि गांव और छोटी ढाणी से जो छात्र विश्वविद्यालय में आते हैं, उनकी शिकायत रहती है कि प्रशासन उनकी समस्या नहीं सुनता. विश्वविद्यालय से करीब 30 हजार यूजी, पीजी और शोधार्थी छात्र जुड़े हुए हैं, लिहाजा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक मंच उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा.
इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय राजस्थान की विरासत है. यहां की इमारतों को हेरिटेज लुक देते हुए विश्वविद्यालय की मुख्य द्वार का पुनर्निर्माण कराने का प्रयास है. ताकि जो भी छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश करें, उसे लगे कि ये राजस्थान का बड़ा और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है. साथ ही बड़ी यूनिवर्सिटी तक पहुंचकर देशी-विदेशी छात्रों से जुड़ते हुए उन्हें राजस्थान यूनिवर्सिटी तक लाने का प्रयास किया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो सीएम अशोक गहलोत के सामने विश्वविद्यालय में हर साल 10% फीस बढ़ाने की परंपरा को बंद करने की बात भी रखेंगे.