जयपुर. प्रदेश में 7 मार्च से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं. उससे पहले शिक्षा विभाग ने परिणाम में सुधार के लिए फरवरी महीने में प्री बोर्ड करवाने के निर्देश दिए थे. इसी के तहत जयपुर जिले में चलाए गए 'मिशन 100' के तहत कक्षा 10वीं और 12वीं के प्री-बोर्ड परीक्षा परिणाम आ चुके हैं.
बता दें, 10वीं कक्षा में 21 स्कूल ऐसे हैं जिनका परिणाम अभी भी 60 प्रतिशत से कम रहा. वहीं, 12वीं कक्षा में 3 स्कूल ऐसे चिन्हित किए गए हैं जिनका परिणाम 60 प्रतिशत से कम रहा. जयपुर जिले में बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन कार्य योजना-2019 के पोर्टल मौजूद है. वहीं, जयपुर जिले में कुल सरकारी स्कूल 864 है.
वहीं, कक्षा 10 वीं में 614 स्कूलों ने प्री बोर्ड परीक्षा करवाई है जिसमें से 439 स्कूलों का परिणाम 60-90 प्रतिशत के बीच में रहा.147 स्कूलों का परिणाम 90 प्रतिशत रहा. वहीं, 21 स्कूलों का परिणाम 60 प्रतिशत से कम दर्ज किया गया. जयपुर जिले में अभी 6 स्कूलों ने प्री बोर्ड परीक्षा ही नहीं करवाई है. पोर्टल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा 10वीं में विद्यार्थियों को सबसे अधिक समस्या गणित, अंग्रेजी, विज्ञान विषय में आ रही है जिसके चलते बच्चों का परिणाम कम दर्ज किया गया.
कक्षा 12वीं में 333 स्कूलों ने प्री बोर्ड परीक्षा करवा दी है जिसमें से 72 स्कूलों का परिणाम 60 से 90 प्रतिशत के बीच में रहा. वहीं, 257 स्कूलों का परिणाम 90 प्रतिशत रहा और 3 स्कूलों का परिणाम 60 प्रतिशत से कम दर्ज किया गया. जयपुर जिले में 2 स्कूलों ने प्री बोर्ड परीक्षाएं नहीं करवाई हैं. 12वीं कक्षा में विद्यार्थियों को फिजिक्स, अंग्रेजी, गणित, एकाउंट्स विषयों में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
उधर, 'मिशन 100' के तहत शिक्षा विभाग ने उन सभी विद्यार्थियों को भी चिह्नित किया है जिनका परिणाम 60 प्रतिशत से कम है. वहीं, विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश भी दिए हैं कि विद्यार्थियों की अतिरिक्त क्लास लेकर उनको पढ़ाया जाए ताकि विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो.
दरअसल, 7 मार्च को 12वीं कक्षा की राजस्थान बोर्ड की परीक्षा प्रारंभ हो जाएगी. वहीं, 14 मार्च से 10वीं बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होगी. ऐसे में माध्यमिक शिक्षा जयपुर संभाग के सयुंक्त निदेशक विष्णु दत्त स्वामी ने बताया की प्री बोर्ड की उत्तर पुस्तिका आ चुकी है. कम परिणाम वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त क्लास लेकर पढ़ाया जाएगा. स्वामी ने कहा की कमजोर विद्यार्थियों को परीक्षा से पूर्ण मिलने वाली छुट्टियों में भी स्कूल बुलाया जा रहा है ताकि बच्चों की समस्याओं को दूर किया जा सके. हालांकि प्री बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम तो बेहतर रहा है लेकिन, अब देखने वाली बात ये होगी कि बोर्ड परीक्षा परिणामों में कितना सुधार हो पाता है.