जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में सियासी बयानबाजी और उठापटक खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले कुछ महीनों से शांत चल रही कांग्रेस की सियासत में एक बार फिर सचिन पायलट के बयान ने हलचल मचा दी है. सचिन पायलट ने दिल्ली में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम के दौरान विधायक दल की बैठक बुलाने की बात कही तो पक्ष और विपक्ष की बयानबाजी शुरू हो गई है.गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मंगलवार को विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए पायलट के बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों की बात करना जायज है. वहीं बीजेपी ने इस मामले में चुटीले अंदाज में खाचरियावास पर हमला बोला और कहा कि मीडिया में बोलने से ज्यादा बेहतर है कि विधानसभा में सचिन पायलट के समर्थन में बोल कर दिखाएं.
सचिन पायलट उठा रहे सही मांगः प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सचिन पायलट खुद विधायक हैं.पार्टी के पूर्व प्रेसिडेंट, पूर्व उपमुख्यमंत्री, सदन के सदस्य हैं.अगर उन्होंने विधायक दल की बैठक की डिमांड की है तो इसमें गलत क्या है? क्या विधायक होने के नाते सचिन पायलट विधायक दल की बैठक की डिमांड नहीं कर सकते? खाचरियावास ने कहा कि बैठक होनी भी चाहिए, क्यों नहीं होनी चाहिए है. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनसे विधायकों ने बात की होगी. इसलिए उन्होंने यह डिमांड रखी है. विधायकों की आवाज एक नेता उठाए जो खुद उपमुख्यमंत्री रह चुका हो, तो उनकी बात को मानते हुए विधायक दल की बैठक होनी चाहिए. उनके बयान का स्वागत होना चाहिए. प्रताप सिंह ने सचिन पायलट की तारीफ करते हुए कहा कि अगर वह राजस्थान की जनता की आवाज उठाते हैं, गरीब किसान की बात उठा रहे हैं, तो इससे बढ़िया विधायक और कौन होगा. खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान विधानसभा की पहली पंक्ति में बैठते हैं. कोई मतभेद नहीं है, कोई टकराव नहीं है.
पायलट अपने अधिकारों की कर रहे बातः खाचरियावास ने कहा कि सचिन पायलट ने जो भी मुद्दे उठाएं, वो उठाना उनका हक है.राहुल गांधी पहले बोल चुके हैं कि पायलट पार्टी की एसेट्स है. इसके बाद अगर पायलट कोई मुद्दा उठाते हैं, तो उसका सम्मान होना चाहिए. अनुशासन समिति की रिपोर्ट की बात पर खाचरियावास ने कहा कि उनकी डिमांड जायज है. उनकी जो आवाज उठाई है उसका जवाब कांग्रेस आलाकमान ही देगा. खाचरियावास ने पायलट की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि सचिन पायलट अपने नेताओं के लिए अपने साथियों के लिए लड़ते हैं. वह अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे, जो व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए नहीं लड़ सकता वह दूसरों के लिए नहीं लड़ता है. इसलिए सचिन पायलट की यही अच्छी बात है कि वो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं.
अवसर की राजनीति करते हैं खाचरियावासः प्रताप सिंह खाचरियावास ने पायलट के समर्थन में बयान दिया तो विपक्ष ने खाचरियावास की निष्ठा पर सवाल उठाए. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि प्रताप सिंह खाचरियावास अवसर की राजनीति करते हैं. जब सचिन पायलट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तो जिला अध्यक्ष बने रहने के लिए उनके साथ खड़े रहते थे और जब उनका वक्त बदला तो उनके खिलाफ बयान देने लग गए. अगर प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान देखें तो वह सिर्फ मीडिया के सामने मुखर होकर बोलते हैं. व्यक्तिगत जीवन में 5 आदमी जब उनके साथ होते तब भी वो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. अगर प्रताप सिंह में इतनी हिम्मत है तो, यही बात विधानसभा के अंदर बोलकर दिखाएं.सदन में जाकर बोले कि पायलट जो विधायक दल की बैठक की मांग कर रहे हैं वो सही है. उन्होंने कहा कि खाचरियावास सिर्फ सुर्खियों के लिए मीडिया में बयान देते हैं.