जयपुर. शहर के कोतवाली थाना इलाके में पुलिस ने मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बचपन बचाओ आंदोलन के संयुक्त तत्वाधान में 6 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. बचपन बचाओ आंदोलन समिति को कोतवाली इलाके के तोपखाना के रास्ते में बाल श्रम होने की सूचना मिली थी. सूचना पर समिति ने मानव तस्करी विरोधी यूनिट और कोतवाली थाना पुलिस को जानकारी दी.
जिसके बाद पुलिस और मानव तस्करी विरोधी यूनिट की टीम ने एसआई आशुतोष के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे. जहां दो मकानों में बच्चे चूड़ियों का काम करते हुए मिले.पुलिस ने दोनों मकानों से 6 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया. और बालश्रम कराने वाले आरोपी मुवीन अहमद और मुमताज अंसारी को गिरफ्तार किया.
बचपन बचाओ आंदोलन के देशराज सिंह ने बताया की मुखबीर से सूचना मिली थी कि तोपखाना के रास्ते में बच्चों से बाल श्रम करवाया जा रहा है. जिसके बाद मानव तस्करी विरोधी यूनिट और पुलिस के साथ मिलकर 6 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. वहीं आरोपियों को भी गिरफ्तार करवाया.
दोनों आरोपी बच्चों से सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक बाल श्रम करवाते थे. बच्चों को समय पर भोजन भी नहीं दिया जाता था. बल्कि काम नहीं करने पर मारपीट की जाती थी. उन्हें मकान से बाहर भी नहीं निकलने दिया जाता. बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार बाल गृह में भेज दिया जाएगा. इसके बाद परिजनों के पास भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
एसआई बजरंग सिंह ने बताया कि मानव तस्करी विरोधी यूनिट और बचपन बचाओ आंदोलन के साथ दो व्यक्तियों के चंगुल से बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया है. आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.