जयपुर. राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2023 की शुरुआत से ही सक्रिय नजर आ रहे हैं. भाजपा आगामी चुनाव पीएम मोदी के फेस के साथ लड़ने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर चुकी है. मतलब साफ है कि स्थानीय नेता से ज्यादा पीएम मोदी के नाम को तवज्जो होगी. इस बात का संकेत अपनी ताजपोशी के कार्यक्रम में हालिया नियुक्ति पाने वाले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी कर चुके हैं. इन सब के बीच प्रधानमंत्री की एक के बाद एक सभाओं में धर्म स्थलों का कनेक्शन भी खास है.
पीएम मोदी पिछले 9 महीने में 6 बार राजस्थान दौरे पर आ चुके हैं. 6 सभाओं में से 5 सभा धार्मिक स्थलों पर हुई. इतना ही नहीं आने वाले दिनों में होने वाली सभाओं का भी इसी तरह से रोडमैप तैयार हो रहा है. मतलब साफ हैं बीजेपी राजस्थान के विधानसभा चुनाव में एक बार धार्मिक कार्ड के जरिए सियासी जमीन को मजबूत करना चाह रही है. पीएम मोदी की राजस्थान में सक्रियता बता रही है उनके लिए आगामी विधानसभा चुनाव कितना महत्वपूर्ण हैं. इस बार चुनाव में बीजेपी सभा में स्थानीय मुद्दों से ज्यादा केंद्र के विकास को तवज्जो दी रही है.
पढ़ें. PM Modi Rajasthan Visit : पुष्कर पहुंचे पीएम मोदी, जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में की पूजा-अर्चना
मोदी की सभा मे विकास के साथ 'धार्मिक छौंक' : बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे पर ही आगामी चुनाव लड़ने जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी का अगला दौरा सीकर हो सकता है, जिसके जरिए खाटू श्याम जी और सालासर फोकस में होंगे. पीएम मोदी के इस रणनीति पर सियासी हलकों में सबकी निगाहें होंगी. इस रणनीति को लेकर किस तरह वोट बैंक को साधा जाएगा, यह भी देखा जा रहा है. पीएम मोदी अपनी सभाओं में केंद्र की योजनाओं को गिना रहे हैं. साथ ही भ्रष्टाचार का भी मुद्दा उठा रहे हैं, हालांकि विकास के साथ पीएम मोदी धार्मिक डुबकी से समाज और वर्ग के बीच एक सोशल संदेश साफ दे रहे हैं.
पिछले 9 महीनों में पीएम मोदी की सभाएं
- 30 सितंबर 2022 को सिरोही में पीएम ने सभा की थी, इस दौरान पीएम मोदी ने अम्बा माता के दर्शन किए थे.
- 1 नवंबर 2022 को बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री ने सभा की थी, इस दौरान पीएम आदिवासी समाज के बीच मानगढ़ धाम पहुंचे थे.
- 9 जनवरी 2023 को भीलवाड़ा में प्रधानमंत्री ने सभा की थी, इस दौरान पीएम मालासेरी में गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण भगवान के मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे.
- 10 मई 2023 को राजसमंद के नाथद्वारा और सिरोही के आबू रोड में प्रधानमंत्री ने सभा की थी. नाथद्वारा दौरे के दौरान पीएम मोदी ने श्रीनाथ जी के दर्शन किए थे.
- 31 मई 2023 को पीएम मोदी ने अजमेर में बड़ी जनसभा को संबोधित किया था. इससे पहले पीएम पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर पहुंचे थे.
पढ़ें. PM Modi Rajasthan Visit : पीएम मोदी ने श्रीनाथजी मंदिर में की पूजा-अर्चना
मेवाड़ और मारवाड़ के बाद शेखावाटी के मायने : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मारवाड़ और मेवाड़ को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सभाओं के जरिए साधा है. पीएम मोदी ने मेवाड़ में बीजेपी को और मजबूत करने की कोशिश की है, क्योंकि 2018 के चुनाव में बीजेपी मारवाड़ में कमजोर रही थी. मेवाड़ की सीटों के आंकड़े देखें तो यहां 28 विधानसभा सीटें हैं, जिसपर 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 10 सीटें, बीजेपी ने 15 और 3 सीटें अन्य के खाते में गई थी.
मारवाड़ में 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 16, बीजेपी ने 14, आरएलपी ने 1 और अन्य ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी. शेखावाटी की बात करें तो इसमें तीन जिले माने जाते हैं, जिसमें चूरू, सीकर और झुंझुनू शामिल हैं. इन तीनों में बीजेपी की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है. तीनों जिलों में कुल 21 विधानसभा सीटें हैं. भाजपा के पास मात्र 3 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 17 सीटें हैं और एक सीट पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया है. जिले के लिहाज से देखें तो सीकर में भाजपा की एक भी सीट नहीं है, जबकि चूरू में 6 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 4 कांग्रेस के पास हैं और 2 बीजेपी के पास हैं. इसी तरह से झुंझुनू में 7 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 6 कांग्रेस के पास जबकि 1 बीजेपी के पास है.
पीएम मोदी को दुनिया माना : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अक्सर आरोप लगाते रहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छोटे-छोटे चुनाव में भी पहुंच रहे हैं, ये पीएम का कद नहीं है. अब राजस्थान में भी चुनाव होने हैं, ऐसे में यहां पर लगातार सभाएं होने लगी हैं. गहलोत के बयान पर पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और उनके काम को भारत की जनता ने ही नहीं बल्कि दूसरे देशों ने भी माना है. एक वक्त था जब कांग्रेस की कमोबेश सभी राज्यों की सरकार थी, लेकिन आज स्थिति क्या है उसका आकलन कांग्रेस को करना चाहिए. राज्य के चुनाव की अलग परिस्थितियां होती हैं. प्रधानमंत्री ने जिस तरह से पिछले 9 सालों में देश को सुशासन और योजनाएं दी हैं, उसका परिणाम भी आने वाले चुनाव में साफ दिखेगा. पीएम मोदी के कामों की गूंज आज विदेशों में भी सुनाई दे रही है, कई देश मोदी के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.