जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में व्याप्त अंतर्कलह की स्थिति (Rajasthan Political Crisis) यह है कि अब सरेआम पार्टी के मंत्री-विधायक एक-दूसरे पर हमले के साथ ही कुशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली है. सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के करीबी व परबतसर से विधायक रामनिवास गावड़िया (Parbatsar MLA Ram Niwas Gavdia) ने सीएम गहलोत के खास व आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पर हमला बोला. गावड़िया ने धर्मेंद्र राठौड़ के परबतसर दौरे पर सवाल उठाया और उन्हें दलाल करार दिया. साथ ही गावड़िया ने राठौड़ पर बीजेपी से मिलीभगत के भी आरोप लगाए.
दरअसल, धर्मेंद्र राठौड़ एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रविवार को परबतसर गए थे. उनके इस दौरे से क्षेत्र के विधायक नाराज हो गए और विधायक ने राठौड़ पर एक के बाद एक कई गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया ने कहा कि धर्मेंद्र राठौड़ को जूते-चप्पल उठाने के कारण ही आरटीडीसी का चेयरमैन बनाया गया है. खैर, ये पार्टी के लिए आगे नुकसान ही करेंगे.
विधायक यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि किसी की चापलूसी करके कोई नेता बन जाए और किसी दूसरे विधायक के क्षेत्र में जाकर पार्टी का नुकसान करे तो इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. धर्मेंद्र राठौड़ कोई जन नेता नहीं हैं. ये लोग तो चापलूसी करके नेता बने हैं या फिर इन्हें कागजी नेता कह सकते हैं.
वास्तव में धर्मेंद्र राठौड़ अपने चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुटे हैं. ऐसे में वो अपने लिए उपयुक्त सीट की तलाश कर रहे हैं. यही कारण है कि वे जहां भी जा रहे हैं, वहां के नेता-विधायकों के कान खड़े हो जा रहे हैं. चाहे वो पुष्कर हो या फिर परबतसर. लिहाजा अब राठौड़ का खुले तौर पर विरोध भी शुरू हो गया है. इसी कड़ी में पायलट कैंप के विधायक रामनिवास गावड़िया ने धर्मेंद्र राठौड़ को आड़े हाथों लिया.
गावड़िया ने आगे कहा कि उन्हें इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता कि वो कहां जाते हैं. वो बीजेपी के भी कई कार्यक्रमों में गए. उनको खुद को नहीं पता कि उन्हें करना क्या है, कभी बानसूर तो कभी पुष्कर चले जाते हैं. पिछले दिनों में पुष्कर आए तो कुछ नौजवानों ने उनकी पिटाई भी की थी.
धर्मेंद्र राठौड़ रविवार को एक दिवसीय दौरे पर परबतसर पहुंचे थे, जहां उन्होंने सुरसुरा पहुंचकर तेजाजी महाराज के दर्शन किए. साथ ही अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए. इसी दौरान एक कार्यक्रम में राठौड़ पूर्व बीजेपी विधायक मानसिंह किनसरिया के साथ ही नजर आए थे. गौर हो कि 25 सितंबर को गहलोत समर्थकों के कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करने के बाद से ही पायलट समर्थकों ने चुप्पी साध रखी थी. लेकिन अब गावड़िया के इस बयान के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं.