विराटनगर (जयपुर). राजधानी के विराटनगर क्षेत्र के पावटा कस्बे स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर जोहड़ा धाम में नौ दिवसीय धार्मिक आयोजन चल रहा था. इस कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले रामकथा में वाचक शांति श्रीया ने भगवान श्री राम के जन्म से बाल्यावस्था और युवा अवस्था से संबंधित अनेक प्रसंगों का संगीतमय चित्रण कर श्रोताओं को भाव-विभोर किया.
कथा वाचन करते हुए शांति श्रीया ने कहा कि भगवान का गुणगान से ही भवसागर पार करने का माध्यम है. ऐसे धार्मिक आयोजनों से आसपास के माहौल शुद्ध और सात्विक होते है. परमात्मा तो प्रेम के बंधन से बनने वाले हैं. भगवान को आशा में नहीं भाव में बांधा जाता है. हमें दैनिक जीवन में सुधार करना चाहिए और सदकर्मों से जीवन को सार्थक बनाना चाहिए.
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उन्होंने कहा, कि जीवन में कभी किसी को बुरा नहीं बोलना चाहिए. जीवन में गुरु के प्रति प्रेम होना चाहिए. इस कथा में क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों के महंत, संत और सिद्ध-पुरुषों ने भगवान श्री राम की पूजा-अर्चना कर क्षेत्र में सुख समृद्धि की कामना की. राम कथा आयोजन के अंतर्गत क्षेत्र के विभिन्न गांव और कस्बों से ग्रामीणों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया. इस आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने श्री राम कथा का श्रवण किया.
श्री राम कथा कमेटी के अध्यक्ष विकास शर्मा ने बताया, कि संगीत में श्री रामकथा का आयोजन क्षेत्र में सुख शांति की कामना और धार्मिक आयोजनों के अंतर्गत समाज में भाईचारा बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी. साथ ही श्रद्धालु बड़ी संख्या में कथा स्थल पर पहुंचकर इस धार्मिक आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं.