जयपुर. राजधानी के कई इलाकों में पानी की समस्या जोर पकड़ने लगी है. एक ही दिन जलापूर्ति नहीं होने से क्षेत्र में दिनभर पानी को लेकर समस्याओं का अंबार लगा रहा. गर्मी की शुरूआत हो चुकी है और राजधानी में जल समस्या का यह पहला मामला सामने आ गया जिसमें क्षेत्र के बांशिंदों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
मामला वीवीआईपी इलाके के सिविल लाइंस क्षेत्र का है जहां सोमवार सुबह पानी की सप्लाई नहीं हुई. इसके चलते सिविल लाइंस इलाके के लोगों को खासी परेशानी हुई. कई लोगों को तो बिना नहाए ही ऑफिस जाना पड़ा. वहीं महिलाओं को अपने घरों में खाना बनाने में दिक्कतें हुई.
जलदाय विभाग का दावा था कि 3 टैंकरों से सिविल लाइंस में पानी सप्लाई होगी. लेकिन क्षेत्र के लोगों ने कहा कि पानी का टैंकर कहीं दिखाई नहीं दिया. लोगों ने तो यहां तक कहा कि जलदाय विभाग ने पानी सप्लाई बंद करने की सूचना भी देरी से दी. यदि सूचना समय पर मिलती तो वे पानी की वैकल्पिक व्यवस्था कर लेते.
आपको बता दें कि सिविल लाइंस क्षेत्र में स्थित जलाशयों की सफाई के चलते सोमवार सुबह पानी सप्लाई नहीं किया गया. इन जलाशयों से ही सिविल लाइंस के लोगों को पानी की सप्लाई होती है. इन जलाशयों की सफाई के साथ ही प्लास्टर किया गया था और रिसाव के चलते वाटर प्रूफिंग लगाया था. इसी कारण सोमवार सुबह सिविल लाइंस में पानी सप्लाई नहीं हुआ. वहीं सिविल लाइंस में स्थित मुख्यमंत्री आवास, राजभवन और मंत्रियों के घरों में भी पानी नहीं पहुंचा.
सिविल लाइंस स्थित सूरज नगर निवासी ऊषा शर्मा ने बताया कि आज पानी नहीं आया तो घर में खाना बनाने में दिक्कत हुई और जेंट्स बिना नहाए ऑफिस गए हैं. उनका कहना रहा कि जलदाय विभाग को यदि पानी की सप्लाई नहीं करनी थी तो पहले सूचना देते, हम पानी की वैकल्पिक व्यवस्था कर लेते. और यह दिक्कत नहीं होती.
एक अन्य महिला ने बताया कि क्षेत्र में पानी नहीं आने के कारण लोग बिना नहाए और बिना खाना खाए ऑफिस गए हैं और टैंकर से भी पानी सप्लाई नहीं हुई. हमारे यहां जलदाय विभाग से कोई भी टैंकर नहीं पहुंचा.
सिविल लाइंस निवासी राम लक्ष्मी ने बताया कि हमारे घर में छोटे बच्चे हैं और पानी नहीं आने के कारण कई तरह की परेशानियां हुई. जलापूर्ति नहीं होने की सूचना पहले मिल जाती तो हम पानी की व्यवस्था कर लेते. उन्होंने कहा कि हमारी कॉलोनी में जलदाय विभाग का कोई भी पानी का टैंकर नहीं आया है.
इधर, अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी ने बताया कि विभाग की तरफ से टैंकर की व्यवस्था थी. कुछ जगहों पर टैंकर नहीं पहुंच पाए. पानी सप्लाई बंद होने की सूचना देरी से मिलने के सवाल पर सोलंकी ने कहा कि पहले मजदूरों को यह लग रहा था कि काम समय पर पूरा हो जाएगा लेकिन लास्ट समय पर वाटर प्रूफिंग को सूखने में टाइम लग गया. इसके कारण लोगों तक पानी सप्लाई बंद होने की सूचना देरी से पहुंची.