जयपुर. राजधानी में एक बार फिर से पैंथर को देखने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. बता दें, 3 दिन पहले जयपुर के सबसे व्यस्थ जेएलएन मार्ग के पास ललित कला अकादमी में पैंथर को देखा गया था. इसके बाद से ही स्मृति वन में जाने से वन विभाग ने लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बता दें कि तीन दिन बाद भी वन विभाग को पैंथर का सुराग नहीं लग पाया है. ऐसे में वन विभाग ने पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है. साथ ही ट्रैप कैमरे भी लगाए गए हैं. लेकिन अभी तक पैंथर के किसी भी तरह का कोई प्रमाण नहीं मिला है. वन विभाग की टीम पैंथर की तलाश में जुटी हुई है.
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राजधानी का जेएलएन मार्ग सबसे व्यस्थतम मार्ग माना जाता है. इस मार्ग पर बने कुलिश स्मृति वन में हजारों की संख्या में शहरवासी घूमने आते हैं. पैंथर की दहशत के कारण स्मृति वन को बंद करने के बाद अब लोगों को वापस खुलने का इंतजार है. इससे पहले वर्ष 2017 में भी इसी तरह पैंथर को जेएलएन मार्ग पर देखा गया था. जिसके बाद काफी दिन तक दहशत बनी रही. उस वक्त भी आमजन की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था.
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वन विभाग के रेंजर जनेश्वर चौधरी ने बताया कि 3 दिन पहले सूचना मिली थी कि स्मृति वन के पास ललित कला अकादमी में पैंथर को देखा गया है. जहां पैंथर ने एक कुत्ते का भी शिकार किया. वन विभाग की टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और पैंथर को देखा. पैंथर का रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग ने पिंजरा और कैमरा ट्रैप लगाए. वन विभाग की टीमें लगातार पैंथर का रेस्क्यू करने के लिए प्रयास कर रही है. लेकिन अभी तक स्मृति वन में पैंथर होने के कोई भी सुराग नहीं मिल पाए हैं. उन्होंने आमजन से अपील की है कि एक वन्यजीव के संरक्षण में सभी वन विभाग का सहयोग करें.