जयपुर. ताजमहल और बुर्ज खलीफा जैसी इमारतों का रिव्यू कर रेटिंग देने और घर बैठे मोटी कमाई करने के लालच में साइबर बदमाशों के चंगुल में फंसा एक युवक 75 लाख रुपए गंवा बैठा. खास बात यह है कि उसने इन बदमाशों की बातों में आकर लोन लिया और राशि बताए गए बैंक खातों में जमा करवाई. लेकिन फिर उसे एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई तो वह पुलिस के पास पहुंचा और चित्रकूट थाने में मुकदमा दर्ज करवाया. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
चित्रकूट थानाधिकारी बलवीर सिंह के अनुसार, शैलेंद्र सिंघल नाम के युवक ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उसके पास एक अनजान नंबर से कॉल आया था. इसके बाद उसे टेलीग्राम लिंक के जरिए कायक टूरिज्म 548 नाम के एक ग्रुप में जोड़ा गया. फिर उसे एक वेबसाइट का लिंक शेयर किया गया और बताया गया कि अलग-अलग प्रोपर्टी का रिव्यू कर रेटिंग देने का काम कर वह घर बैठे अच्छे पैसे कमा सकता है. उसने 10000 रुपए जमा करवाकर काम शुरू कर दिया.
कुछ समय तक नार्मल रेटिंग देने के बाद उसे प्रीमियम टास्क देने और उसके लिए अलग से रकम जमा करवाने की बात कही गई. शुरुवात में अपने चंगुल में फंसाने के लिए उसके खाते में कुछ रकम जमा करवाई गई. जिससे उसका विश्वास बन गया. लेकिन इसके बाद किसी न किसी बहाने से बदमाश उससे अपने बैंक खातों में रुपए जमा करवाते रहे. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया कि बदमाश उससे अब तक 75 लाख रुपए ठग चुके हैं.
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राशि निकलवाने पर रखी सिक्योरिटी की डिमांड ये साइबर ठग अपने चंगुल में फंसे शिकार को आसानी से रुपए नहीं निकालने देते हैं. वेबसाइट पर उनके अकाउंट में जो राशि दिखती है. उसमें से रुपए भी नहीं निकलवाने देते हैं. पीड़ित युवक ने जब अपने खाते में दिख रहे अमाउंट में से रुपए निकलवाने चाहे तो भी भारी भरकम सिक्योरिटी राशि और टैक्स जमा करवाने की बात कही गई. इसी बात को लेकर उसका साइबर ठगों से विवाद हुआ और वह मुकदमा दर्ज करवाने थाने पहुंचा.
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पुलिस ने अकाउंट करवाए फ्रीज, खाते में नहीं मिले रुपए: यह मामला सामने आने के बाद जिन बैंक खातों में पीड़ित से रुपए जमा करवाए गए हैं. उनकी पुलिस ने पड़ताल की है और खातों को सीज करवाया गया है. लेकिन उन खातों में रुपए नहीं मिले हैं. तकनीकी विश्लेषण के आधार पर मामले की जांच कर रही है.