जयपुर. प्रदेश में 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर सभी 6500 ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर विशेष आम सभा का आयोजन किया जाएगा. बता दें कि समिति में इस दिन नए सदस्य बनाए जाएंगे और ऋण आवेदन प्राप्त करने के साथ-साथ ऋण वितरण का कार्य भी किया जाएगा. वहीं सभी समितियों को ई-मित्र की सेवाओं से भी जोड़ा जाएगा ताकि ई-मित्र के रूप में कार्य कर समितियां सहकारिता की भावना को प्रबल कर सके. इस संबंध में मंगलवार को एक आदेश भी जारी कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार वर्तमान में प्रदेश में 1851 ग्राम सेवा सहकारी समितियां ई मित्र का कार्य कर रही है. अब शेष सभी समितियों को ई-मित्र की सेवा से जोड़ा जाएगा ताकि ई मित्र के रूप में कार्य कर समितियां सहकारिता की भावना को प्रबल करेंगी. बता दें कि आम सभा में ई-मित्र की शुल्क सूची का प्रकाशन, समिति के वार्षिक लेखे प्रस्तुत करना, ऑडिट रिपोर्ट की अनुपालना, नोड्यूज प्रमाण पत्र जारी करना, वृक्षारोपण करना और महात्मा गांधी स्वच्छता अभियान को चलाकर सहकारिता की भावना को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा.
बता दें कि सहकारिता ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित किसान, पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जाति जनजाति, मजदूर एवं अल्पसंख्यक वर्गों में सहकारिता के आंदोलन की पहुंच बनाने एवं सहकारिता के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाएं देने और समितियों के माध्यम से ई-मित्र की सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से ग्राम सेवा सहकारी समितियों के मुख्यालय पर विशेष आम सभा का आयोजन कराए जाने का निर्णय लिया गया है.
अभियान के देखरेख के लिए बनाई गई कमेटियां
अभियान की देख रेख के लिए राज्य स्तर पर रजिस्ट्रार को अध्यक्ष बनाया गया है. प्रबंध निदेशक शीर्ष बैंक को सदस्य एवं महाप्रबंधक को सदस्य सचिव बनाया गया है. खंड स्तर पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार को अध्यक्ष, क्षेत्रीय अंकेशन अधिकारी को सदस्य, शीर्ष बैंक क्षेत्र प्रबंधक को सदस्य सचिव बनाया गया है. वहीं जिला स्तर पर केंद्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक को अध्यक्ष, उप रजिस्ट्रार व विशेष लेखा परीक्षक को सदस्य एवं सीबीसी के ईओ को सदस्य सचिव बनाया गया है. मॉनिटरिंग के लिए विभागीय स्तर से जिला प्रभारियों के नियुक्ति का निर्णय लिया गया है, जो अपने-अपने जिलों को न्यूनतम 5 ग्राम सहकारी समितियों के आयोजन में भाग लेंगे.
वहीं बैंक के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि सभी सहकारी समितियां आवश्यक आईटी संसाधनों से लैस हो जाए. उन्होंने बताया कि अपेक्स बैंक प्रतिदिन कितनी पैक्स ई-मित्र बन गए हैं. इसकी सूचना विभाग को उपलब्ध कराएगा तथा समय-समय पर इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए दिशा निर्देश अपने स्तर पर जारी कर समितियों को ई-मित्र बनाना सुनिश्चित करेंगे.