जयपुर. ओबीसी आरक्षण विसंगति को लेकर पंजाब कांग्रेस प्रभारी और बायतु विधायक हरीश चौधरी ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. हरीश चौधरी ने रविवार को एक और ट्वीट करके लिखा कि अशोक गहलोत जी आप कह रहे हैं कि जल्दबाजी क्या है ? VDO भर्ती परिणाम जल्द आने वाला है. इसमें कुल 5396 में से 667 पद ओबीसी पुरुष के हैं. वर्तमान विसंगति से इस भर्ती में ओबीसी के एक भी बेरोजगार युवा का चयन नहीं होगा. आशा करता हूं, आपके रहते इन युवाओं का भविष्य बर्बाद ना हो.
इस तरह शुरू हुई बयानबाजी : प्रदेश में ओबीसी आरक्षण विसंगतियों का मुद्दा कैबिनेट मीटिंग (9 नवंबर) में डेफर होने के बाद से हॉट बनता जा रहा है. पूर्व मंत्री हरीश चौधरी लगातार सीएम अशोक गहलोत की मंशा पर सवाल खड़े कर रहे है. वहीं, ट्वीट करके पूछ भी लिया था कि सीएम अशोक गहलोत आप चाहते क्या है? मैं ओबीसी वर्ग को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को लेकर जो लड़ाई लड़नी पड़ेगी लड़ूंगा. हरीश चौधरी लगातार कैबिनेट मंत्रियों से मिलकर ओबीसी विसंगतियों के मुद्दे पर चर्चा कर दूर करने की वकालत कर रहे हैं. एक-दो तीन पहले ओबीसी आरक्षण समिति के युवाओं के साथ बैठकर विचार-विमर्श भी किया. वहीं, विधायक हरीश चौधरी बीते 6 माह में बाड़मेर से लेकर जयपुर तक आंदोलन और प्रदर्शन कर चुके हैं.
बीजेपी और आरएलपी सुप्रीमों ने हरीश चौधरी पर ओबीसी मुद्दे को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया था, तो दूसरी ओर (Harish Chaudhary on CM Gehlot) चौधरी ने सीएम को ट्वीट कर लिखा कि आपके रहते इन युवाओं का भविष्य बर्बाद ना हो. बायतु विधायक हरीश चौधरी बीते तीन दिन से जयपुर में थे और जयपुर में राजाराम मील के साथ आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों से आगामी रणनीति को लेकर चर्चा भी की थी. इसके बाद राजस्थान के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान से मिलकर मुद्दे को लेकर चर्चा की थी. रविवार को एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत को टैग करके हरीश चौधरी ने ट्वीट किया.
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मानवेंद्र सिंह ने सीएम को लिखा था पत्र : राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा था. उन्होंने कहा था कि वर्तमान में हकीकत यह है कि पूर्व सैनिकों के लिए जो पद है, लगभग पूरे ही राजस्थान के अन्य नागरिक से भरे जा रहे है. उन्होंने पूछा कि क्यों अधिकतर पद बैकलॉग में चले जाते है और असल में केवल 2.65 फीसदी पूर्व सैनिक उपलब्ध पद भर पाए है. खेद है कि राजस्थान में एक अफवाह फैलाई जा रही है कि पूर्व सैनिक अपनी संख्या के अनुपात से अधिक हक खा रहे और वो भी एक वर्ग विशेष का. जबकि सच्चाई कुछ और है.
इस दुष्प्रचार से सैनिक वर्ग में भ्रम फैलाने का प्रयास हो रहा है. इससे बहुत अधिक नुकसान भारत देश को होगा. बिना किसी का नाम लिए (OBC Reservation in Rajasthan) लिखा कि राजस्थान के कुछ लोग सैनिकों का वर्गो में बंटवारा करना चाह रहे है. इससे शर्मनाक और दुर्भाग्य बात हो ही नहीं सकती है. सरकार से मांग की है कि राज्य सरकार द्वारा विभाजन कारी अफवाह वाले अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से देखा जावे, ताकि देश की सुरक्षा करने वाले वीर सैनिको व भूतपूर्व सैनिकों के साथ कोई अन्याय ना हो.