जयपुर. प्रदेश में एक बार फिर NTT शिक्षक (Nursery Teacher Training) आंदोलन की राह पर हैं. दो विभागों के बीच मर्जर की स्थिति साफ नहीं होने के कारण इन शिक्षकों को बीते दो माह से वेतन नहीं मिल (Warning to Minister Mamta Bhupesh) रहा है. वेतन नहीं मिलने से NTT शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. इसी आक्रोश के बीच शुक्रवार को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष शिक्षकों का एक दल राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश (Problem remains same after order of CM) के बंगले में घुस गया.
इस दौरान नाराज शिक्षकों ने मंत्री का घेराव किया. जिसके कारण मंत्री और शिक्षकों के बीच बहस की स्थिति बन गई. हालांकि, वाकया के दौरान मौके पर मौजूद रहे पुलिसकर्मियों ने शिक्षकों को समझाकर मामले को शांत कराया. वहीं, शिक्षकों ने मंत्री को चेतावनी दी है कि अगर शुक्रवार की शाम तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वो आगे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे.
जानें नाराजगी की वजह: NTT शिक्षक ईश्वर यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा 2022-23 में महिला व बाल विकास विभाग में कार्यरत एनटीटी शिक्षकों को शिक्षा विभाग में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में बाल वाटिकाओं में स्थायी रूप से लगाने की घोषणा की थी. जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने 31 अक्टूबर 2022 को बाल वाटिकाओं में एनटीटी शिक्षकों (नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण) को लगाने और तीन माह के (NTT teacher got entangled between two departments) ब्रिज कोर्स करवाने के साथ ही वेतन भुगतान शिक्षा विभाग की ओर से किए जाने की स्वीकृति दी थी. उसके बाद भी शिक्षा विभाग ने कोई आदेश जारी नहीं किया और न ही महिला व बाल विकास विभाग ने इन शिक्षकों को विभाग से कार्यमुक्त किया है.
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आंदोलन को मजबूर: यादव ने बताया कि मर्जर को लेकर वित्त विभाग, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास विभाग की कई बार बैठक हो चुकी है. लेकिन अभी तक न तो शिक्षकों को मर्ज किया गया और न ही उनका ब्रिज कोर्स शुरू हो सका है. मर्जर नहीं होने से पिछले दो महीने से शिक्षकों को वेतन भी नहीं मिला है. जिसके कारण उन्हें खासी दिक्कतें पेश आ रही है. NTT शिक्षक इरफान अहमद ने बताया कि शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से उनके पारिवारिक लालन-पालन में भी दिक्कत आ रही है. शिक्षकों को एक विभाग से दूसरे भाग के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जिसकी वजह से उनका धर्य अब टूटने लगा है. उन्होंने बताया कि महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश से बात हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि शुक्रवार शाम तक उनकी मर्जर की फाइल शिक्षा विभाग को भेज दी जाएगी. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो वो आगे आंदोलन को मजबूर होंगे.