ETV Bharat / state

नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो जीन तिरोल आएंगे जयपुर, जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध विषय पर करेंगे चर्चा

author img

By

Published : Nov 22, 2022, 6:55 PM IST

नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो जीन तिरोल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध विषय पर चर्चा के लिए जयपुर के एमएनआईटी में 24 नवंबर को (Nobel laureate Professor Jean Tirole in Jaipur) आएंगे. भारत में एकेडमिक यात्रा पर आए प्रो तिरोल को बाजार शक्ति और विनियमन के व्यापक विश्लेषण के लिए 2014 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला था.

Nobel laureate Professor Jean Tirole in Jaipur
नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो जीन तिरोल आएंगे जयपुर

जयपुर. नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो जीन तिरोल 24 नवम्बर को जयपुर आएंगे. प्रो तिरोल यहां एमएनआईटी में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध विषय पर चर्चा (Nobel laureate Professor Jean Tirole in Jaipur) करेंगे. उन्हें साल 2014 में बाजार शक्ति और विनियमन के व्यापक विश्लेषण के लिए अर्थशास्त्र विषय में नोबेल पुरस्कार मिला था.

फ्रांसीसी अर्थशास्त्री प्रो जीन तिरोल भारत में एकेडमिक यात्रा पर आ रहे हैं. जिसके तहत वे भारत के चयनित प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध संस्थानों के शीर्ष शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के साथ तकनीकी विषय पर बातचीत करेंगे. एमएनआईटी जयपुर में गुरुवार दोपहर को एमएनआईटी और इंडो-फ्रेंच सेंटर फॉर द प्रमोशन ऑफ एडवांस्ड रिसर्च (सीईएफआईपीआरए) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सत्र में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर तिरोल 'जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध' विषय पर चर्चा करेंगे.

पढ़ें: Rajasthan Police Day : नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी देंगे व्याख्यान, गहलोत लेंगे परेड की सलामी

प्रोफेसर तिरोल को बाजार शक्ति और विनियमन के व्यापक विश्लेषण के लिए 2014 में अर्थशास्त्र विषय में नोबेल पुरस्कार मिला हुआ है. उनका योगदान अर्थशास्त्र के क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, क्योंकि उनके बनाए गए डिजाइन ढांचों का प्रयोग बैंकिंग से लेकर दूरसंचार तक कई उद्योगों में किया जाता है. उन्होंने विश्वभर में 100 से अधिक व्याख्यान, 12 पुस्तकें और 200 से अधिक लेख लिखे हैं. इसके साथ ही इन्हें प्रमुख शिक्षाविदों में यूरोपीय आर्थिक संघ का यर्जो जॉनसन पुरस्कार, 2007 में सीएनआरएस का स्वर्ण पदक और अर्थशास्त्र, वित्त, प्रबंधन में बीबीवीए फ्रंटियर्स ऑफ नॉलेज अवार्ड भी मिल चुके हैं.

पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कैलाश सत्यार्थी को नियुक्त किया एसडीजी पैरोकार

आपको बता दें कि एमएनआईटी जयपुर देश के सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है. संसद अधिनियम के तहत एमएनआईटी जयपुर को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्राप्त है. ये कार्यक्रम इंडो फ्रेंच सेंटर फॉर द प्रमोशन ऑफ एडवांस्ड रिसर्च (सीईएफआईपीआरए) की ओर से आयोजित व्याख्यान शृंखला का एक हिस्सा है, जो भारत और फ्रांस के बीच गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और सूचना के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का प्रयास करता है.

सीईएफआईपीआरए विभिन्न विज्ञान और प्रौद्योगिकी डोमेन में अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान केंद्र के रूप में भी कार्य करता है. ये केंद्र 1987 में स्थापित किया गया था, जो भारत और फ्रांस में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उन्नत क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान के लिए एक मॉडल पेश करता है. इस कार्यक्रम का लाइव स्ट्रीम भी किया जाएगा.

जयपुर. नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो जीन तिरोल 24 नवम्बर को जयपुर आएंगे. प्रो तिरोल यहां एमएनआईटी में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध विषय पर चर्चा (Nobel laureate Professor Jean Tirole in Jaipur) करेंगे. उन्हें साल 2014 में बाजार शक्ति और विनियमन के व्यापक विश्लेषण के लिए अर्थशास्त्र विषय में नोबेल पुरस्कार मिला था.

फ्रांसीसी अर्थशास्त्री प्रो जीन तिरोल भारत में एकेडमिक यात्रा पर आ रहे हैं. जिसके तहत वे भारत के चयनित प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध संस्थानों के शीर्ष शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं के साथ तकनीकी विषय पर बातचीत करेंगे. एमएनआईटी जयपुर में गुरुवार दोपहर को एमएनआईटी और इंडो-फ्रेंच सेंटर फॉर द प्रमोशन ऑफ एडवांस्ड रिसर्च (सीईएफआईपीआरए) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सत्र में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर तिरोल 'जलवायु परिवर्तन के खिलाफ युद्ध' विषय पर चर्चा करेंगे.

पढ़ें: Rajasthan Police Day : नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी देंगे व्याख्यान, गहलोत लेंगे परेड की सलामी

प्रोफेसर तिरोल को बाजार शक्ति और विनियमन के व्यापक विश्लेषण के लिए 2014 में अर्थशास्त्र विषय में नोबेल पुरस्कार मिला हुआ है. उनका योगदान अर्थशास्त्र के क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, क्योंकि उनके बनाए गए डिजाइन ढांचों का प्रयोग बैंकिंग से लेकर दूरसंचार तक कई उद्योगों में किया जाता है. उन्होंने विश्वभर में 100 से अधिक व्याख्यान, 12 पुस्तकें और 200 से अधिक लेख लिखे हैं. इसके साथ ही इन्हें प्रमुख शिक्षाविदों में यूरोपीय आर्थिक संघ का यर्जो जॉनसन पुरस्कार, 2007 में सीएनआरएस का स्वर्ण पदक और अर्थशास्त्र, वित्त, प्रबंधन में बीबीवीए फ्रंटियर्स ऑफ नॉलेज अवार्ड भी मिल चुके हैं.

पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कैलाश सत्यार्थी को नियुक्त किया एसडीजी पैरोकार

आपको बता दें कि एमएनआईटी जयपुर देश के सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है. संसद अधिनियम के तहत एमएनआईटी जयपुर को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा प्राप्त है. ये कार्यक्रम इंडो फ्रेंच सेंटर फॉर द प्रमोशन ऑफ एडवांस्ड रिसर्च (सीईएफआईपीआरए) की ओर से आयोजित व्याख्यान शृंखला का एक हिस्सा है, जो भारत और फ्रांस के बीच गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और सूचना के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का प्रयास करता है.

सीईएफआईपीआरए विभिन्न विज्ञान और प्रौद्योगिकी डोमेन में अंतरराष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान केंद्र के रूप में भी कार्य करता है. ये केंद्र 1987 में स्थापित किया गया था, जो भारत और फ्रांस में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उन्नत क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान के लिए एक मॉडल पेश करता है. इस कार्यक्रम का लाइव स्ट्रीम भी किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.