जयपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को तीन साल बाद ही सही, लेकिन अजमेर को छोड़कर सभी जिलों के जिलाध्यक्ष मिल गए हैं. लेकिन इन जिलाध्यक्षों में सर्वाधिक चर्चा अगर किसी की हो रही है तो वो है जयपुर शहर के जिलाध्यक्ष आर आर तिवाड़ी की. जो पिछले 45 साल से जयपुर कांग्रेस संगठन के लिए काम कर रहे हैं और आज भी मोटरसाइकिल पर ही घूमते हैं. जिला अध्यक्ष बनाए जाने के बाद आर आर तिवाड़ी भावुक हो गए और इटीवी भारत के साथ खास बातचीत में उन्होंने कहा कि आज जो प्यार मुझे मिला है, वो मेरी 45 साल की सेवा का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि मैंने कभी सत्ता का स्वाद नहीं चखा, 45 साल की राजनीति में माता-पिता और पत्नी का साथ छूट गया, लेकिन मेरे अंदर पार्टी के लिए काम करने का जज्बा था. जिसमें मेरा परिवार कभी आड़े नहीं आया. उन्होंने कहा कि मेरा सपना था कि जयपुर संगठन का एक सर्वोच्च पद अर्थात जिलाध्यक्ष का पद मुझे मिले. उन्होंने कहा कि मैं जयपुर से बाहर की राजनीति कभी नहीं करना चाहता था और मेरा सपना था कि जयपुर का कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनूं. तिवाड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का प्यार है जो उन्होंने मुझे इस लायक समझा. उन्होंने देर से ही सही लेकिन मेरे मन की मुराद पूरी की.
तिवाड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मेरा सपना पूरा किया है इसलिए अब जयपुर की 8 सीटों को जीताकर उन्हें देना ही मेरा दायित्व है. उन्होंने कहा कि मैंने 1977 में अपनी कांग्रेस की राजनीति शुरू की और पान की दुकान से लेकर गली मोहल्ले में मोटरसाइकिल पर बैठकर कांग्रेस के लिए संघर्ष और प्रचार किया है. तिवाड़ी ने कहा कि जयपुर के आठों विधानसभा में से 5 जीते हुए विधायकों और 3 हारे हुए प्रत्याशियों ने मेरा समर्थन किया यही कारण है कि मैं जिला अध्यक्ष बन सका.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही वह राजनीतिक पार्टी है जो सभी वर्गों को जोड़कर रखती है. कांग्रेस वह पार्टी है जो गरीब-अमीर और हिंदू-मुसलमान में फर्क नहीं करती, जिसका जीता जागता उदाहरण मैं खुद हूं जो आज भी मोटरसाइकिल पर ही चलता हूं. जयपुर का ऐसा कोई गली मोहल्ला नहीं है जहां मैंने मोटरसाइकिल से जाकर पब्लिक मीटिंग नहीं की हो. ऐसे सामान्य व्यक्ति और कांग्रेस कार्यकर्ता को कांग्रेस पार्टी ने जयपुर के जिला अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद दिया है.