जयपुर. लोकतंत्र में विधायी कार्यों एवं नीति निर्माण में सुदृढ़ीकरण के संबंध में आपसी विचार-विमर्श के लिए देशभर के विधायक एक छत के नीचे एकत्र होंगे. इसके लिए अगले माह 15 से 17 जून तक मुम्बई में राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. यह विधायक सम्मेलन भारत के विभिन्न राजनैतिक दलों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का एक अभूतपूर्व गैर राजनीतिक सम्मेलन है. इसकी जानकारी मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रेस वार्ता के दौरान दी.
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विधानसभा सदस्य (विधायक) और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) भाग ले रहे हैं. यह सम्मेलन देश के अलग-अलग राज्यों के विधायकां को एक-दूसरे से संवाद करने, सुशासन के मुद्दों पर आपसी विचार-विमर्श और लोकतंत्र को ताकतवर बनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है. इस तीन दिवसीय सम्मेलन में विधायकों और जनप्रतिनिधियों सहित सभी प्रतिभागियों के लिए 80 से अधिक समांतर विषयगत सत्र होंगे.
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लोकतंत्र को शक्तिशाली बनाने के उद्देश्य से आयोजित इन विशेष सत्रों में भाग लेने के लिए कई प्रसिद्ध नेशनल, ग्लोबल लीडर्स के साथ-साथ विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है. इस अवसर पर कुछ अन्य देशों के लोकतांत्रिक प्रतिनिधियों के साथ भी संवाद सत्रों का आयोजन किए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है. सम्मेलन के संरक्षक पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, डॉ मीरा कुमार, मनोहर जोशी, शिवराज पाटिल, एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, भारतीय छात्र संसद और अतुल्य भारत निर्माण फाऊंडेशन है. बता दें कि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी इस कार्यक्रम के सलाहकार मंडल के सदस्य हैं.