जयपुर. प्रदेश में लॉकडाउन के बाद सरकार ने बेरोजगार हुए मजदूरों को काम देने के लिए मनरेगा का काम शुरू कर दिया, ताकि कोई भी मजदूर बेरोजगार नहीं रहे. वहीं, मनरेगा का काम शुरू होते ही गड़बड़झाले भी सामने आने शुरू हो गए हैं. राजधानी जयपुर के गोविंदगढ़ पंचायत समिति के ग्राम पंचायत देवथला में गड़बड़झाला देखने को मिला है. ये खुलासा भी एक मृत व्यक्ति के कुछ दस्तावेज मिलने के बाद हुआ है.
दरअसल, देवथला गांव में एक मृत व्यक्ति का नाम मनरेगा के मस्टर रोल में पिछले कई दिनों से चल रहा है. मस्टर रोल में जिस व्यक्ति का नाम लिखा गया है, उसकी मौत करीब 1 साल पहले ही हो चुकी है. इस मामले की सूचना मीडिया में आने के बाद ग्राम पंचायत में हड़कंप मच गया. वहीं, अधिकारी एक-दूसरे से जानकारी लेते नजर आ रहे हैं.
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जानकारी के अनुसार देवथला ग्राम पंचायत में मनरेगा के मस्टर रोल में नाथू लाल कुमावत का नाम चल रहा है. जबकि नाथू लाल कुमावत की जून 2019 में ही मौत हो चुकी है. बावजूद इसके मई 2020 के मस्टर रोल में नाथूलाल का नाम लिखा गया है. हालांकि मनरेगा मेट यादपाल मीणा ने नाथूलाल की अनुपस्थिति दर्ज की है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि मृत व्यक्ति के नाम से ग्राम पंचायत में आवेदन किसने किया.
वहीं, सबसे हैरानी की बात यह भी है कि मृत नाथूलाल दिव्यांग भी है. ये मामला सामने आने के बाद मनरेगा में चल रहे गड़बड़झाले से इंकार नहीं किया जा सकता है. यह महज एक बानगी है, ना जाने प्रदेश में चल रहे मनरेगा के कामकाज में कहां-कहां क्या-क्या गड़बड़झाले चल रहे होंगे. इसलिए नरेगा के कामकाज की जांच करवाने की जरूरत है.
मामला गोविंदगढ़ विकास अधिकारी महेश मीणा के संज्ञान में आया है. विकास अधिकारी ने इस पूरे मामले की जानकारी ग्राम पंचायत के सचिव से मांगी है. वहीं, विकास अधिकारी ने पूरे मसले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. जबकि मनरेगा के मेट यादपाल मीणा ने कहा कि इस तरह मस्टर रोल में मृत व्यक्ति का नाम आना गलत है, मुझे भी इसकी जानकारी आज ही मिली है. जिसकी सूचना ग्राम पंचायत को दे दी है.