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फिर खुली चाकसू नगर पालिका के सफाई की पोल, नाले की गंदगी को सड़कों पर छोड़ा - Municipal administration

जयपुर के चाकसू में नगर पालिका प्रशासन लोगों की समस्या को दूर कर शहर को सुंदर बनाने के बजाय, शहर को नरक बनाने में जुटा हुआ है. हालात ये ही शहर में आने जाने वालों की बदबू और गंदगी से हालत खराब हो जाए.

नगर पालिका के सफाई की पोल, Municipal cleanup pole
नाले की गंदगी को सड़कों पर छोड़ा
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Published : Jun 25, 2020, 3:32 PM IST

चाकसू (जयपुर). नगर पालिका के द्वारा कराए जा रहे घटिया निर्माण की पोल एक बार खुल गई गई है. जिसका ताजा उदहारण वार्ड-13 और 14 के मध्य से नीलकंठ बालाजी रोड आराधना स्कूल के पास वाले पुलिया पर देखने को मिला. जहां बरसाती नाले का मलबा सड़क पर निगम ने डालकर छोड़ दिया है. जिससे मोहल्लेवासियों और राहगीरों का जीना दुश्वार हो गया है.

नगर पालिका के सफाई की पोल, Municipal cleanup pole
सड़क पर पड़े कचरे से आने-जाने में हो रही दिक्कत

जबकि यही एक मुख्य रास्ता है, जो नीलकंठ मन्दिर, कोटखावदा मोड़, सब्जी मंडी तहसील और सरकारी हॉस्पिटल तक जाता है, लेकिन पिछले चार दिनों से रास्ते के बीच बरसाती नाले की सफाई करने के बाद निगम सफाई ठेकाकर्मियों ने पुलिया के रास्ते में ही मलबा डालकर छोड़ दिया है. जिससे यहां से आने-जाने वाले वाहन चालक और पैदल राहगीर गन्दगी से परेशान है. आलम यह है कि इस रास्ते पर पड़े मलबे से छिटकर उनके कपड़े तक खराब हो रहे है.

पढ़ेंः सीबीआई ने 332 करोड़ के गबन मामले में मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री से की पूछताछ

हर साल की तरह इस बार भी विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और उपखंड अधिकारी ओपी सहारण ने मानसून से पूर्व नालों की सफाई व्यवस्थाएं करने के लिए संबधित जिम्मेदार विभागीय अधिकारी को सुधार के आदेश दिए थे, लेकिन बावजूद इसके पालिका प्रशासन ने नालों की सफाई देर से शुरू कर आदेश को हवा-हवाई कर दिया.

नगर पालिका के सफाई की पोल, Municipal cleanup pole
नाले की गंदगी से लोग परेशान

पालिका के कार्यों को कोस रही जनता, मानसून आया तो याद आई नालों की सफाई

मानसून आने को है. ऐसे में नगर पालिका ने ना तो अबतक कोई सफाई की है, ना ही रोड पर पड़े कीचड़ को हटाया है. जिसके बाद आक्रोषित लोग स्थानीय नगरपालिका को जम कर कोस रहे हैं. लोगों ने बताया कि जहां पूरे देश में कोविड-19 का दौर चल रहा है. ऐसे में सरकार लगातार लोगों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत दे रही है. ऐसे में यह गंदगी साफ तौर पर नगर पालिका अध्यक्ष, पालिका ईओ प्रशासन की अकर्मण्यता को दर्शाता है. जिसका फल जनता को भोगना पड़ रहा है.

हाइटेक युग में चल रही सफाई की पुरातन व्यवस्था

जहां आज दुनिया का हर काम हाइटेक हो रहा है और शहरों की हर व्यवस्था को हाइटेक बनाया जा रहा है. वहीं चाकसू कस्बे में कोविड-19 के बीच जनता की सेहत का ख्याल नहीं रखकर नाले और नालियां साफ करने का सैकड़ों साल पुराना वही पुरातन तरीका चल रहा है.

पढ़ेंः भारत में कोरोना महामारी : पिछले 24 घंटे में 418 की मौत, रिकॉर्ड 16,922 पॉजिटिव केस

जिसमें नाले और नालियों का कीचड़ निकालकर सड़क पर डाल दिया जाता है और हफ्तों बाद भी सूखने पर उसे उठाके फेंक दे, यह भी कम संभव है. वहीं देश में कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है, इसके बीच नालों की सड़न से आसपास की जनता दुखी है.

चाकसू (जयपुर). नगर पालिका के द्वारा कराए जा रहे घटिया निर्माण की पोल एक बार खुल गई गई है. जिसका ताजा उदहारण वार्ड-13 और 14 के मध्य से नीलकंठ बालाजी रोड आराधना स्कूल के पास वाले पुलिया पर देखने को मिला. जहां बरसाती नाले का मलबा सड़क पर निगम ने डालकर छोड़ दिया है. जिससे मोहल्लेवासियों और राहगीरों का जीना दुश्वार हो गया है.

नगर पालिका के सफाई की पोल, Municipal cleanup pole
सड़क पर पड़े कचरे से आने-जाने में हो रही दिक्कत

जबकि यही एक मुख्य रास्ता है, जो नीलकंठ मन्दिर, कोटखावदा मोड़, सब्जी मंडी तहसील और सरकारी हॉस्पिटल तक जाता है, लेकिन पिछले चार दिनों से रास्ते के बीच बरसाती नाले की सफाई करने के बाद निगम सफाई ठेकाकर्मियों ने पुलिया के रास्ते में ही मलबा डालकर छोड़ दिया है. जिससे यहां से आने-जाने वाले वाहन चालक और पैदल राहगीर गन्दगी से परेशान है. आलम यह है कि इस रास्ते पर पड़े मलबे से छिटकर उनके कपड़े तक खराब हो रहे है.

पढ़ेंः सीबीआई ने 332 करोड़ के गबन मामले में मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री से की पूछताछ

हर साल की तरह इस बार भी विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और उपखंड अधिकारी ओपी सहारण ने मानसून से पूर्व नालों की सफाई व्यवस्थाएं करने के लिए संबधित जिम्मेदार विभागीय अधिकारी को सुधार के आदेश दिए थे, लेकिन बावजूद इसके पालिका प्रशासन ने नालों की सफाई देर से शुरू कर आदेश को हवा-हवाई कर दिया.

नगर पालिका के सफाई की पोल, Municipal cleanup pole
नाले की गंदगी से लोग परेशान

पालिका के कार्यों को कोस रही जनता, मानसून आया तो याद आई नालों की सफाई

मानसून आने को है. ऐसे में नगर पालिका ने ना तो अबतक कोई सफाई की है, ना ही रोड पर पड़े कीचड़ को हटाया है. जिसके बाद आक्रोषित लोग स्थानीय नगरपालिका को जम कर कोस रहे हैं. लोगों ने बताया कि जहां पूरे देश में कोविड-19 का दौर चल रहा है. ऐसे में सरकार लगातार लोगों को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत दे रही है. ऐसे में यह गंदगी साफ तौर पर नगर पालिका अध्यक्ष, पालिका ईओ प्रशासन की अकर्मण्यता को दर्शाता है. जिसका फल जनता को भोगना पड़ रहा है.

हाइटेक युग में चल रही सफाई की पुरातन व्यवस्था

जहां आज दुनिया का हर काम हाइटेक हो रहा है और शहरों की हर व्यवस्था को हाइटेक बनाया जा रहा है. वहीं चाकसू कस्बे में कोविड-19 के बीच जनता की सेहत का ख्याल नहीं रखकर नाले और नालियां साफ करने का सैकड़ों साल पुराना वही पुरातन तरीका चल रहा है.

पढ़ेंः भारत में कोरोना महामारी : पिछले 24 घंटे में 418 की मौत, रिकॉर्ड 16,922 पॉजिटिव केस

जिसमें नाले और नालियों का कीचड़ निकालकर सड़क पर डाल दिया जाता है और हफ्तों बाद भी सूखने पर उसे उठाके फेंक दे, यह भी कम संभव है. वहीं देश में कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है, इसके बीच नालों की सड़न से आसपास की जनता दुखी है.

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