जयपुर. एक बार फिर मानसून प्रदेश पर मेहरबान हो सकता है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक पश्चिम बंगाल में बने नए डिप्रेशन के चलते पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने के कारण पूर्वी राजस्थान में आज और कल बारिश संभव है. इस दौरान कोटा, जयपुर और भरतपुर संभाग में बारिश की संभावना रहेगी, जबकि एक दो स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट है.
प्रदेश में सामान्य से 57 फ़ीसदी ज्यादा बारिश : जुलाई में मानसून का धमाकेदार आगाज होने के बाद अभी बरसात के लिए करीब डेढ़ महीने का वक्त बचा है. लेकिन प्रदेश में सामान्य से करीब 57% बारिश अधिक हो चुकी है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस सीजन में 421.08 मिलीमीटर पानी बरस चुका है. जबकि सामान्य से औसत बारिश के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में इस दौरान करीब 270 मिलीमीटर तक ही पानी बरसता है और सीजन में अधिकतम 520 मिलीमीटर तक बारिश होती है.
ऐसे में अगर 100 मिलीमीटर बारिश हुई, तो प्रदेश में मानसून का अपना कोटा पूरा कर लेगा. इस बार मानसून ने प्रदेश में तय वक्त से करीब 3 दिन पहले एंट्री दी थी. मौसम विभाग का कहना है कि अगस्त का महीना बरसात के लिहाज से कमजोर साबित हो सकता है. हालांकि एक नया सिस्टम डेवलप होने के कारण 5 अगस्त से जयपुर और इसके आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया गया है. इसके बाद मानसून थोड़ा कमजोर होगा और सामान्य के करीब ही बारिश होगी. अगस्त के महीने में प्रदेश में औसत तापमान 32 डिग्री रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री के आसपास होगा.
पढ़ें 1 अगस्त से होगी तेज बारिश, इन जिलों के लिए IMD का अलर्ट
अगस्त में रहेगा ऐसा मौसम : मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक अगस्त के आखिरी हफ्ते में प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम बरसात होगी, जबकि इससे पहले 15 अगस्त के आसपास क्षेत्र आई बारिश होने की संभावना रहेगी और धूप खिली रहेगी. विभाग का अनुमान है कि महीने की शुरुआत में प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम बरसात का दौर रहेगा, तो कुछ जगह भारी बारिश के चलते चेतावनी भी जारी की जाएगी. आंकड़े भी बताते हैं कि बीते 5 साल के दौरान केवल 2 बार अगस्त के महीने में ढाई सौ मिलीमीटर से ज्यादा बरसात हुई, तो 2020 में 428 मिलीमीटर बारिश हुई थी, 2019 में 251 एमएम, तो 2022 में 271 एमएम पानी गिरा था, वहीं 2021 में करीब 186 एमएम बरसात हुई.