जयपुर. बुधवार देर रात राजधानी में जयपुर एक्सप्रेस गोलीकांड के शिकार मोहम्मद असगर अली की मौत पर प्रदेश सरकार के मुआवजे को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. असगर के परिवार और समुदाय से जुड़े लोगों का कहना है कि अशोक गहलोत की सरकार ने सही तरीके से मुआवजा नहीं दिया है, यही वजह है कि बुधवार देर रात असगर के घर पहुंचे मंत्री महेश जोशी को भी विरोध का सामना करना पड़ा. इससे पहले मुस्लिम समुदाय की ओर से जुम्मे की नमाज के बाद बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास तक कूच का ऐलान किया गया था.
जिसको देखते हुए प्रशासन की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए भी बुलाया गया था. उस दौरान यह भरोसा दिलाया गया था कि सरकार पीड़ित परिवार को उचित मदद देगी. इसी के तहत बुधवार देर रात कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ₹5 लाख रुपए का चेक लेकर पीड़ित परिवार के पास पहुंचे थे. लेकिन वहां मौजूद लोगों ने इस मदद को नाकाफी बताते हुए अस्वीकार कर दिया.
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महेश जोशी से की गई यह मांग : बुधवार देर रात जब मंत्री महेश जोशी परिवार से मिलने पहुंचे, तो मुस्लिम समाज के नेता पप्पू कुरैशी ने कहा कि सरकार की तरफ से पीड़ित परिवार को ₹20 लाख रुपए की सहायता दी जाए. मंत्री की मौजूदगी में लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिन्हें बाद में अधिकारियों ने समझा बुझाकर शांत कराया. वहीं मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि पप्पू कुरैशी ने बताया कि पूरे मामले को लेकर हम लोगों से अधिकारियों की वार्ता हुई थी. हम लोगों को आश्वस्त किया गया था कि मृतक मोहम्मद असगर अली के परिवार को सरकार की तरफ से 20 से 25 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी. लेकिन तय वायदे के मुताबिक सहायता नहीं देने की वजह से लोगों में काफी रोष है. कुरैशी ने कहा कि अगर सरकार पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने में नाकाम रहती है, तो फिर समुदाय की ओर से 21 लाख रुपए मृतक मोहम्मद असगर के आश्रितों को दिए जाएंगे.
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