जयपुर. राजधानी जयपुर में बीते दो दिनों से स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई राजस्थान के अलग-अलग जिलों के प्रत्याशियों, जिला अध्यक्षों और प्रमुख नेताओं से मिलकर योग्य उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर रहे हैं. इसी बीच उन्हें कई तरीके के सुझाव भी मिले हैं, जिसमे चाहे ज्यादा अंतर से चुनाव हारने वाले नेताओं का टिकट काटने का सुझाव हो या पूर्व सांसद रह चुके नेताओं को टिकट देने का सुझाव हो. इसके साथ ही कई नेताओं ने साफ किया है कि अगर उन्हें या उनके परिवार को टिकट दी जाती है तो वह जीत की गारंटी होंगी. अन्य नेताओं की टिकट पर कांग्रेस को हार देखनी पड़ेगी. इतना ही नही टिकट मांगने के चक्कर में कांग्रेस के नेता अपने ही नेताओं पर आरोप-प्रत्यारोप भी करते दिखाई दे रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ विधायक पूर्व मंत्री अमीन खान भी इस लिस्ट में शामिल है. अमीन खान ने स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई को साफ शब्दों में कह दिया की यदि पार्टी उम्र नहीं देख रही है तो टिकट उन्हें दें. अगर उम्र ज्यादा होने पर टिकट नही दे रहे हैं तो टिकट उनके परिवार के किसी सदस्य को दें. यदि ऐसा होता है तो 2023 के चुनाव में जीत की गारंटी रहेगी. इतना ही नहीं अमीन खान से जब बाड़मेर के जिला अध्यक्ष फतेह खान की टिकट की दावेदारी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने ही जिला अध्यक्ष को बेईमान तक बता दिया. उन्होंने कहा कि फतेह खान टिकट मांग रहा है लेकिन वह ईमानदार आदमी नहीं है. फतेह खान बेईमान है हम जानते हैं उसने हमारे क्षेत्र में भ्रष्टाचार किया है. इससे साफ है कि टिकट मांगने के फेर में अब कांग्रेस के नेता ही एक दूसरे को बेईमान भ्रष्ट तक बता रहे हैं.
ज्यादा अंतर से हारे नेताओं पर भारी : स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष को जो सुझाव मिले हैं, उनमें एक सबसे प्रमुख सुझाव यह भी है कि जो नेता पिछले चुनाव में ज्यादा अंतर से हारे हैं,अगर उनको टिकट दिए गए तो यह पार्टी के हित में नहीं होगा. इससे सीट जीतने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. कहा जा रहा है कि इस सुझाव पर पार्टी अमल भी कर रही है. संभव है कि पिछले चुनाव में जब कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई उस समय भी जो नेता बड़े अंतर से हारे उनकी टिकट पार्टी काटने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
वह विधानसभा सीट जो हारे बड़े अंतर से : बीते चुनाव में बड़े अंतर से हारने वाली सीटों की बात करें तो कांग्रेस पार्टी ने जहां चुनाव लड़ा वहां चार सीटें ऐसी थी. जहां पार्टी के प्रत्याशी को 60,000 से ज्यादा के अंतर से चुनाव हारे थे. तो वही 16 विधानसभा सीटें ऐसी भी रही जहां यह हार जीत का अंतर 25 से 45000 तक रहा. साल 2018 में सरकार कांग्रेस की बनी थी ऐसे में कहा जा रहा है कि जब कांग्रेस पार्टी का माहौल था. उस समय भी इन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी 25000 से 75000 के अंतर से चुनाव हारे तो ऐसे प्रत्याशियों पर अब दांव खेलना पार्टी की गलती होगी.
पढ़ें आज गौरव गोगोई अजमेर, बीकानेर, सीकर और जयपुर संभाग के टिकटार्थियों की जानेंगे दिल की बात
आज जोधपुर, पाली, कोटा और भरतपुर संभाग के नेताओं से गौरव गोगोई का वन टू वन : बीते दो दिनों से स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख नेताओं और प्रमुख विद्यार्थियों से वन टू वन संवाद कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज भरतपुर ,जोधपुर, कोटा और पाली संभाग के वरिष्ठ नेताओं और प्रमुख टिकटार्थियो से गौरव गोगोई मुलाकात करेंगे और पता लगाने का प्रयास करेंगे की कौन-कौन प्रत्याशी ऐसे हैं जो पार्टी को जीत दिला सकते हैं