जयपुर. नवंबर में 52 नगरीय निकायों के चुनाव होने हैं, लेकिन नगर निगम में मेयर, नगर परिषद और नगर पालिकाओं में सभापति और अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं हुई है. राज्य सरकार इस चुनाव को लेकर कोई फैसला भी अभी तक नहीं ले पाई है.
बता दें कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नगर निकाय अध्यक्षों के चुनाव सीधे कराने को लेकर नगर पालिका अधिनियम में संशोधन किया गया था. वहीं कांग्रेसी नेताओं की मांग पर इस प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने के लिए मंत्री शांति धारीवाल को रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया था. जिस पर अब तक कोई फैसला नहीं हो पाया है.
इस संबंध में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल फिलहाल राय मशवरा चलाने की बात कह रहे हैं. उन्होंने चुनाव प्रक्रिया का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट तैयार कर सीएम को भेजे जाने और अंतिम फैसला सीएम की ओर से लिए जाने की बात कही है.
धारीवाल ने कहा कि लोगों ने अलग-अलग राय दी है. कोई डायरेक्ट इलेक्शन के लिए कहता है तो कोई इनडायरेक्ट के लिए. जिस पर विचार-विमर्श किया जा रहा है, साथ ही कहा कि निश्चित तौर पर यह कैबिनेट का फैसला है. लेकिन अब हो सकता है इसमें बदलाव हो जाए या फैसला कायम भी रह सकता है.