ETV Bharat / state

मंत्री रमेश मीणा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

लोकसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मामले में राजस्थान सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा में फंस सकते हैं. क्योंकि उन्होंने आचार संहिता होने के बावजूद भी कई जगह छापेमारी की कार्रवाई करवाई. जिसकी जानकारी सूचना जनसंपर्क विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के दी.

मीणा आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फंस सकते हैं.
author img

By

Published : May 25, 2019, 10:26 AM IST

जयपुर. लोकसभा चुनाव के चलते 10 मार्च से राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. लेकिन इसी बीच 16 मई को खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कई जगह छापामार कार्रवाई करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए.

यह जानकारी खुद सूचना जनसंपर्क विभाग ने जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में दी लेकिन जब विवाद बढ़ा और मामला सामने आया तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने उस प्रेस नोट का लिंक हटा दिया. हालांकि पूरा मामला निर्वाचन विभाग के पास तक पहुंच गया है और निर्वाचन विभाग इस पूरे मामले की जांच करवा रहा है.

आपको बता दें कि 16 मई 2019 को राजस्थान सरकार ने सूचना जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का एक प्रेस नोट जारी हुआ. विधिक मापदंड विज्ञान टीम ने बस्सी राजधोके टोल प्लाजा और निजी धर्म कांटो पर निरीक्षण किया.

मीणा आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फंस सकते हैं

इसका सरकारी प्रेस नोट जारी किया था इसके पहले लाइन में लिखा है कि कार्रवाई खाद्य विभाग के मंत्री रमेश मीणा के निर्देश में हुई. प्रेस नोट में यह भी बताया गया कि विभाग की टीम के औचक निरीक्षण के बाद पश्चिम स्थित राजा धोक टोल प्लाजा ट्रांसपोर्ट नगर में नवभारत धर्म कांटा पर औचक निरीक्षण किया गया.निरक्षण में कमी पाए जाने पर फर्म के मालिकों को राजकोष में 60 हजार जमा कराने के निर्देश दिए.

जब गलती पकड़ में आई तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने विवादित प्रेस नोट को वेबसाइट से हटा दिया. मामले में विवाद बढ़ने के बाद सूचना जनसंपर्क विभाग ने 24 मई 2019 को विवादित प्रेस नोट को हटा दिया गया.

जयपुर. लोकसभा चुनाव के चलते 10 मार्च से राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. लेकिन इसी बीच 16 मई को खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कई जगह छापामार कार्रवाई करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए.

यह जानकारी खुद सूचना जनसंपर्क विभाग ने जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में दी लेकिन जब विवाद बढ़ा और मामला सामने आया तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने उस प्रेस नोट का लिंक हटा दिया. हालांकि पूरा मामला निर्वाचन विभाग के पास तक पहुंच गया है और निर्वाचन विभाग इस पूरे मामले की जांच करवा रहा है.

आपको बता दें कि 16 मई 2019 को राजस्थान सरकार ने सूचना जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का एक प्रेस नोट जारी हुआ. विधिक मापदंड विज्ञान टीम ने बस्सी राजधोके टोल प्लाजा और निजी धर्म कांटो पर निरीक्षण किया.

मीणा आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फंस सकते हैं

इसका सरकारी प्रेस नोट जारी किया था इसके पहले लाइन में लिखा है कि कार्रवाई खाद्य विभाग के मंत्री रमेश मीणा के निर्देश में हुई. प्रेस नोट में यह भी बताया गया कि विभाग की टीम के औचक निरीक्षण के बाद पश्चिम स्थित राजा धोक टोल प्लाजा ट्रांसपोर्ट नगर में नवभारत धर्म कांटा पर औचक निरीक्षण किया गया.निरक्षण में कमी पाए जाने पर फर्म के मालिकों को राजकोष में 60 हजार जमा कराने के निर्देश दिए.

जब गलती पकड़ में आई तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने विवादित प्रेस नोट को वेबसाइट से हटा दिया. मामले में विवाद बढ़ने के बाद सूचना जनसंपर्क विभाग ने 24 मई 2019 को विवादित प्रेस नोट को हटा दिया गया.

Intro:
जयपुर
आचार सहिंता के फेरे में फसे मंत्री रमेश मीणा , आचार संहिता के दौरान मंत्री ने दिए छापे मारने के निर्देश , सूचना जनसंपर्क विभाग ने जारी किया प्रेस नोट , गलती पकड़ में आई तो प्रेस विज्ञप्ति का हटाया लिंक

एंकर:- लोकसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मामले में राजस्थान सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणाआचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फंस सकते हैं , 10 मार्च से राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है लेकिन इसी बीच 16 मई को खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कई जगह छापामार कार्रवाई करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए , यह जानकारी खुद सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में दी लेकिन जब विवाद बढ़ा और मामला सामने आया तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने उस प्रेस नोट का लिंक हटा दिया हाला कि पूरा मामला निर्वाचन विभाग के पास तक पहुंच गया है और निर्वाचन विभाग इस पूरे मामले की जांच करवा रहा है , लोक सभा चुनाव के चलते राजस्थान में आचार संहिता लागू है लेकिन इसके बाद भी मंत्री अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सरकारी मशीनरी के जरिए छापे डलवा रहे हैं मजे की बात यह है कि बकायदा विभाग की ओर से प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी जाती है ताजा मामला 16 मई का है और खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामले विभाग से जुड़ा है मामला क्योंकि खाद्य मंत्री रमेश मीणा से जुड़ा है इसलिए सारा सरकारी अमला मामले की गलती छुपाने में लग गए हैं 16 मई 2019 को राजस्थान सरकार ने सूचना जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का एक प्रेस नोट जारी हुआ विधिक मापदंड विज्ञान टीम ने बस्सी राजधोके टोल प्लाजा और निजी धर्म कांटो पर निरीक्षण किया इसका सरकारी प्रेस नोट जारी किया था इसके पहले लाइन में लिखा है कि कार्रवाई खाद्य विभाग के मंत्री रमेश मीणा के निर्देश में हुई , प्रेस नोट में बताया गया कि विभाग की टीम के औचक निरीक्षण के बाद पश्चिम स्थित राजा धोक टोल प्लाजा ट्रांसपोर्ट नगर में नवभारत धर्म कांटा पर औचक निरीक्षण किया गया , निरक्षण में कमी पाए जाने पर फर्म के मालिकों को राजकोष में ₹60000 जमा कराने के निर्देश दिए गए , जब गलती पकड़ में आई तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने विवादित प्रेस नोट को वेबसाइट से हटा दिया , मामले में विवाद बढ़ने के बाद सूचना जनसंपर्क विभाग ने 24 मई 2019 को विवादित प्रेस नोट को हटा दिया गया ।



Body:vo


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.