जयपुर. लोकसभा चुनाव के चलते 10 मार्च से राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. लेकिन इसी बीच 16 मई को खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कई जगह छापामार कार्रवाई करने के निर्देश विभाग के अधिकारियों को दिए.
यह जानकारी खुद सूचना जनसंपर्क विभाग ने जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में दी लेकिन जब विवाद बढ़ा और मामला सामने आया तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने उस प्रेस नोट का लिंक हटा दिया. हालांकि पूरा मामला निर्वाचन विभाग के पास तक पहुंच गया है और निर्वाचन विभाग इस पूरे मामले की जांच करवा रहा है.
आपको बता दें कि 16 मई 2019 को राजस्थान सरकार ने सूचना जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का एक प्रेस नोट जारी हुआ. विधिक मापदंड विज्ञान टीम ने बस्सी राजधोके टोल प्लाजा और निजी धर्म कांटो पर निरीक्षण किया.
इसका सरकारी प्रेस नोट जारी किया था इसके पहले लाइन में लिखा है कि कार्रवाई खाद्य विभाग के मंत्री रमेश मीणा के निर्देश में हुई. प्रेस नोट में यह भी बताया गया कि विभाग की टीम के औचक निरीक्षण के बाद पश्चिम स्थित राजा धोक टोल प्लाजा ट्रांसपोर्ट नगर में नवभारत धर्म कांटा पर औचक निरीक्षण किया गया.निरक्षण में कमी पाए जाने पर फर्म के मालिकों को राजकोष में 60 हजार जमा कराने के निर्देश दिए.
जब गलती पकड़ में आई तो सूचना जनसंपर्क विभाग ने विवादित प्रेस नोट को वेबसाइट से हटा दिया. मामले में विवाद बढ़ने के बाद सूचना जनसंपर्क विभाग ने 24 मई 2019 को विवादित प्रेस नोट को हटा दिया गया.