जयपुर. कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने बुधवार को अपने आवास पर खुरपका-मुंहपका रोग (एफएमडी) टीकाकरण अभियान की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे केंद्र सरकार के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वैक्सीन के प्रतिस्थापन के लिए त्वरित कार्रवाई करें.
पशुपालन मंत्री ने बताया कि राज्य के दुधारू पशुओं में एफएमडी टीके लगाने के लिए केंद्र सरकार ने मेसर्स बॉयावेट फार्मा प्रा. लि. द्वारा टीकों की आपूर्ति करवाई थी, जिसके दो बैच निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए हैं. इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए टीकाकरण अभियान को रोक दिया गया है. इस फर्म की ओर से राजस्थान के अलावा पंजाब, दमन-दीव, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर और असम को भी एफएमडी टीकों की आपूर्ति की गई थी.
पढ़ें- प्रतापगढ़: जेल से संचालित आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश के लिए 'ऑपरेशन फ्लश आउट' जारी
कटारिया ने निर्देश दिए कि केंद्र सरकार से अमानक रहे बैचों के संबध में विस्तृत विवरण प्राप्त किया जाए. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदत्त निर्देशानुसार टीकों के प्रतिस्थापन उपरांत ही टीकाकरण अभियान पुनः सम्पादित किया जाएगा.
गौरतलब है कि राज्य में केंद्र सरकार की ओर से संचालित कार्यक्रम 'राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम' के तहत वर्तमान में 18 जिलों में एफएमडी टीकाकरण अभियान संपादित किया जा रहा था. इसके तहत राज्यों को एफएमडी रोग प्रतिरोधक टीके केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित सेन्ट्रल प्रोग्राम लॉजिस्टिक एजेंसी, नैफेड की ओर से उपलब्ध करावाए गए थे.