जयपुर. आरसीए और खेल विभाग में आईपीएल मैच के लिए किए गए स्थाई-अस्थाई अतिक्रमण को लेकर चल रही खींचतान बुधवार को खुलकर सामने आई. मैच से पहले खेल मंत्री अशोक चांदना स्टेडियम पहुंचे. यहां मुख्य द्वार पर खेल विभाग के कर्मचारियों से मांगे जा रहे पास और स्टेडियम के बाहर लगे जाम पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही उन्होंने काले कपड़ों में खड़े बाउंसर को लताड़ लगाते हुए, पुलिस प्रशासन से उन्हें तत्काल ही हटाने के निर्देश दिए. वहीं, स्टेडियम के अंदर किए गए स्थाई निर्माण को भी तुरंत हटाने को कहा.
बाउंसर को देख भड़के चांदना : सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार को खेले जाने वाले मैच से पहले खेल विभाग के कर्मचारियों, खेल परिषद या यूथ बोर्ड के किसी भी व्यक्ति को रोकने पर अशोक चांदना ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मेन गेट पर ये कैसे मुश्तण्डे खड़े कर रखे हैं. यहां दादागिरी कर रखी है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यहां एक भी काले कपड़ों में नजर नहीं आना चाहिए. ये पुलिस प्रशासन की ड्यूटी है. उन्हें किसने परमिशन दी किसी भी व्यक्ति को रोकने की?
पक्के निर्माण को हटाने के निर्देश : स्टेडियम के अंदर सिटिंग एरिना में फाउंडेशन भरकर किए गए पक्के निर्माण पर ऐतराज जताते हुए उन्होंने कहा कि क्या ये पक्के निर्माण की श्रेणी में नहीं आता ? क्या चिनाई करना, उसके ऊपर पिलर खड़े करना, उस पर स्ट्रक्चर खड़े करना पक्के निर्माण में नहीं आता ? इसके अलावा क्या मेटेरियल इस्तेमाल होता है? उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बिना परमिशन किए गए पक्के निर्माण को तोड़ने के आदेश दिए.
इससे पहले मंगलवार देर रात आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत भी स्टेडियम पहुंचे थे. उन्होंने एमओयू के अनुसार हमेशा से होते आए अस्थाई स्ट्रक्चर के निर्माण की बात कही. साथ ही बताया कि जो दो अलग दर्शक दीर्घा बनाई गई है, वो राजस्थान क्रीड़ा परिषद की अनुमति और एमएनआईटी टीम की ओर से जांच और स्वीकृति के बाद ही बनाई गई है. इसके तहत क्रीड़ा परिषद की ओर से 3.5 लाख स्ट्रक्चर को बनाने के लिए अनुमति शुल्क भी लिया गया है. साथ ही 15 लाख रुपए बतौर सिक्योरिटी ली गई है, इसलिए कोई भी निर्माण अवैध नहीं किया गया. राज्य सरकार के साथ 2019 में जो एमओयू किया गया था उसकी पालना की जा रही है.
कानून तोड़ने वालों के साथ खड़े अधिकारी : खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राजस्थान रॉयल्स का लालच बढ़ता जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि खेल विभाग की गैलरी तक में अतिक्रमण कर लिया है. लग रहा है कि विभाग के दफ्तर के अंदर भी बॉक्स बना देंगे. उन्होंने कहा कि मैच आयोजन पर किसी तरह की आपत्ति नहीं और न ही आरसीए से कोई विवाद है, लेकिन राजस्थान रॉयल्स कोई कब्जा नहीं कर सकता. नियम के तहत कार्रवाई होगी. वहीं उन्होंने बाउंसर की जगह पुलिस जवानों को तैनात करने के लिए कमिश्नर को पत्र लिखने की बात कही. साथ ही खेल परिषद के मुख्य खेल अधिकारी वीरेंद्र पूनिया को लेकर कहा कि इस राज में अधिकारियों की इतनी हिम्मत हो गई कि मंत्री के सामने स्टैंड ले रहे हैं, जबकि मंत्री खुद साईट पर है. उन्होंने आरोप लगाया कि वो कानून तोड़ने वालों के साथ खड़े हो रहे हैं.
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#IPL सरकारी संपत्ति का अवैध रूप से इस्तेमाल करने के खिलाफ की गई कार्यवाही के बदले में अब शुरू होगा, मंत्री की छवि को खराब करने के लिए झूठे प्रचार का दौर।
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जो आप बहुत जल्द देखेंगे...
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जो आप बहुत जल्द देखेंगे...#IPL सरकारी संपत्ति का अवैध रूप से इस्तेमाल करने के खिलाफ की गई कार्यवाही के बदले में अब शुरू होगा, मंत्री की छवि को खराब करने के लिए झूठे प्रचार का दौर।
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पहले बुलाई कांफ्रेंस फिर की स्थगितः मंत्री अशोक चांदना ने पहले कांफ्रेंस कॉल की, लेकिन बाद में उसे स्थगित कर दिया. चांदना सीएम के कार्यक्रम में पहुंचे. उससे पहले उन्होंने एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में लिखा है कि सरकारी संपत्ति का अवैध रूप से इस्तेमाल करने के खिलाफ की गई कार्रवाई के बदले में अब शुरू होगा, मंत्री की छवि को खराब करने के लिए झूठे प्रचार का दौर, जो आप बहुत जल्द देखेंगे.