जयपुर. शनिवार को जयपुर में शहीद सैनिकों की पत्नियों के साथ पुलिस कर्मियों की ओर से बदसलूकी के मामले ने रविवार को तूल पकड़ लिया. इस मामले में राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने जहां एक ओर सरकार को जमकर घेरा, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पुलवामा हमले में शहीद रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू जाट के साथ पुलिस की बदसलूकी के वीडियो वायरल होते रहे. इस बीच खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सरकार के बचाव में उतरे और अपनी बात कही.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए इस पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए. प्रताप सिंह ने कहा कि भाजपा राजनीति कर रही है. मंत्री ने यह भी कहा कि शहीदों का सम्मान बीजेपी या कांग्रेस में नहीं बंटता है. इस बातचीत में प्रताप सिंह खाचरियावास ने यह दावा किया कि शहीदों के लिए देश में सबसे बेहतर पैकेज राजस्थान में मिलता है. प्रताप सिंह ने कहा कि राजनीति सच्चाई के साथ होनी चाहिए और कोई कमी है, तो इसे भी बताया जाना चाहिए. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि चुनाव आ रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी दंगे करवाने की भी कोशिश करेगी.
यह था पूरा मामला : पुलवामा हमले के 3 शहीदों समेत चार वीरांगनाओं को लेकर शनिवार को सांसद किरोड़ी लाल मीणा राजभवन पहुंचे थे, जहां राज्यपाल से मिलकर वीरांगनाओं ने गुहार लगाते हुए इच्छा मृत्यु की मांग की थी. इस पर राज्यपाल की ओर से सुझाव दिए जाने के बाद शहीदों की पत्नियों ने मुख्यमंत्री आवास का रुख किया और सीएम गहलोत से मिलने की कोशिश की. बिना इजाजत सीएम हाउस की ओर बढ़ रही शहीदों की पत्नियों को पुलिस ने जोर जबरदस्ती से रोकने की कोशिश की.
इस दौरान शाहपुरा के शहीद रोहिताश लांबा की पत्नी मंजू जाट बेहोश हो गईं, जिन्हें बाद में SMS अस्पताल ले जाया गया. इस पूरे मामले को भारतीय जनता पार्टी की मीडिया सेल ने भी प्रमुखता के साथ सोशल मीडिया पर उठाया था. वहीं, सांसद मीणा ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे. गौरतलब है कि जयपुर के शहीद स्मारक पर चारों वीरांगना बीते 6 दिन से धरना दे रही हैं.