जयपुर. राजस्थान में चुनाव प्रचार पूरे परवान पर है, और नेता कोई भी मौका अपने हाथों से जाने नहीं देना चाहते हैं, दोनों ही पार्टियों में दलितों के वोट साधने की होड़ मची हुई है. इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को एसएमएस अस्पताल पहुंचे. उन्होंने विद्युत निगम के एईएन हर्षदापति की कुशलक्षेम पूछी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. सीएम ने कहा कि ये घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, इसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. मलिंगा विधायक थे, फिर भी सीएम हाउस से उन्हें गिरफ्तार करवाया गया, केस दर्ज करवाया गया, राज्य सरकार की तरफ से कोई कमी नहीं रखी गई.
गिर्राज को टिकट देने पर सीएम ने उठाए सवाल : विद्युत निगम के एईएन हर्षदापति के साथ मारपीट के आरोपी गिर्राज मलिंगा को टिकट देने पर मुख्यमंत्री गहलोत ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, आज जब मौका आया तो मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने स्टैंड लिया और ऐसे व्यक्ति को टिकट नहीं देने का फैसला लिया. वहीं बीजेपी ने तो उस वक्त इस घटना की जमकर आलोचना की थी, लेकिन आज वो ऐसे व्यक्ति को गले लगाकर टिकट देती है. इससे घिनौना और निंदा पूर्ण कार्य नहीं हो सकता. पूरा प्रदेश देख रहा है कि हर्षदापति को 22 जगह फैक्चर हैं, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कितनी गंभीर मारपीट हुई होगी, डेढ़ साल से ये भुगत रहे हैं और जिस तरह से एईएन और उसके परिवार ने हिम्मत रखी, उसके लिए शब्द नहीं है.
ऐसे कृत्य करने वालों के लिए कानून बनाएंगे : सीएम गहलोत ने कहा कि, सरकार प्रयास करेगी और ध्यान रखेगी कि ऐसे व्यक्तियों को सज़ा दिलाने के लिए अगर कानून बनाना पड़े तो कानून बनाएंगे. उन्होंने बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बीजेपी ने तो राजस्थान की राजनीति में एक काला अध्याय लिख दिया है. इस घटना को लेकर बीजेपी ने आलोचना की थी, उसी व्यक्ति को गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी पार्टी ज्वाइन कराकर गले लगाया. सीएम ने कहा कि, ऐसे में आप ये सोच सकते हैं कि सरकार बनाने के प्रयास में बीजेपी किस हद तक गिर सकती है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की सोच दलित विरोधी है.
खड़गे ने भी बीजेपी पर साधा निशाना : वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस देश में ऐसी घटनाएं दलित समाज और गरीबों के साथ हो रही है. ऐसी सामाजिक स्थिति इस देश में है कि जो एक वर्ग को घृणा की दृष्टि से देखते हैं, नफरत की दृष्टि से देखते हैं, ये अच्छा नहीं है. जो घटना हर्षदापति वाल्मीकि के साथ हुई है, उसके शरीर के हर हड्डी के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए, हालत ये है कि वो बैठ भी नहीं सकता. ऐसी घटना को अंजाम देने वाले को कांग्रेस ने टिकट नहीं देना तय किया था, कांग्रेस ऐसे लोगों को दूर रखना चाहती है, लेकिन बीजेपी एक तरफ बोलती है कि वो गरीबों की रक्षा करते हैं, लेकिन दूसरी तरफ ऐसे लोगों को टिकट भी देती है.